बिहार में विशेष गहन संशोधन यानी SIR चरण 2 की समय सीमा 1 सितंबर ख़त्म होने को है और इस बीच हजारों मतदाता अपनी सूची में अपना नाम जुड़वाने के लिए भागदौड़ कर रहे हैं। दूसरे चरण में ड्राफ्ट मतदाता सूची में आए मतदाताओं को अपने दस्तावेज जमा करने हैं। पहले चरण में मतदाताओं को फॉर्म भरना था और इसके बाद ड्राफ़्ट मतदाता सूची जारी की गई थी। इसमें 65 लाख मतदाताओं के नाम हटा दिए गए हैं। सुप्रीम कोर्ट के ताज़ा फ़ैसले के बाद नाम जुड़ने की उम्मीद जागी, लेकिन हकीकत में इसमें दिक्कतें अभी भी काफी हैं।
बिहार SIR चरण-2 भी ख़त्म होने को; हटाए गए नाम जुड़वाने में कैसी-कैसी दिक्कतें?
- बिहार
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- 24 Aug, 2025
बिहार में SIR चरण-2 की प्रक्रिया अपने अंतिम दौर में है, लेकिन हज़ारों वोटर अभी भी मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। क्या चुनाव आयोग समय रहते सभी को मौका देगा?

प्रतीकात्मक तस्वीर
सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले ने उन लोगों के लिए एक खिड़की खोली है, जिनके नाम SIR प्रक्रिया के दौरान मतदाता सूची से हटा दिए गए थे। अब वोटर आधार कार्ड या 11 अन्य स्वीकृत दस्तावेजों के साथ नाम बहाल कराने के लिए आवेदन कर सकते हैं, वह भी ऑनलाइन। लेकिन जमीनी हकीकत में भ्रम और संसाधनों की कमी ने इस प्रक्रिया को मुश्किल बना दिया है। कई जगहों से ऐसी शिकायतें आ रही हैं कि बीएलओ को अभी तक चुनाव आयोग से इस संबंध में कोई आदेश नहीं मिला है तो मतदाता सूची से बाहर रह गए लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। एक बड़ी दिक्कत यह भी है कि दूर-दराज के गाँवों में ख़बरों से दूर रहने वाले लोगों को इसकी जानकारी नहीं है और वैसे लोगों की इंटरनेट तक पहुँच भी नहीं है।