बिहार चुनाव से पहले बीजेपी के मंत्री गिरिराज सिंह ने एक चुनावी रैली में बेहद आपत्तिजनक बयान दिया है। उन्होंने अल्पसंख्यकों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए कह दिया कि हमें 'नमक हरामों के वोट नहीं चाहिए'। विपक्षी दलों ने तो इस पर घोर आपत्ति की ही, बीजेपी की सहयोगी पार्टी जेडीयू ने भी इस बयान पर नाराज़गी जताई है। गिरिराज सिंह की इस टिप्पणी पर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है।
'नमक हरामों के वोट नहीं चाहिए'- गिरिराज; बिहार चुनाव में हिंदू-मुसलमान शुरू!
- बिहार
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- 19 Oct, 2025
बीजेपी नेता गिरिराज सिंह के विवादित बयान 'हमें नमक हरामों के वोट नहीं चाहिए' पर सियासी तूफ़ान खड़ा हो गया है। सहयोगी जेडीयू ने भी नाराज़गी जताई है। क्या ध्रुवीकरण की राजनीति शुरू हो गई?

दरअसल, गिरिराज सिंह शनिवार को अरवल और कुर्था में एनडीए उम्मीदवारों के समर्थन में एक चुनावी अभियान शुरू कर रहे थे। इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए गिरिराज सिंह ने एक मुस्लिम मौलवी से कथित बातचीत का जिक्र किया। उन्होंने कहा, 'मैंने एक मौलवी साहब से पूछा कि क्या आपको आयुष्मान भारत कार्ड मिला? उन्होंने हां कहा। मैंने पूछा कि क्या हिंदू-मुस्लिम हुआ? उन्होंने कहा नहीं। मैंने कहा कि अच्छी बात है। फिर मैंने पूछा कि क्या आपने भाजपा को वोट दिया? उन्होंने कहा- हां। लेकिन जब मैंने कहा कि खुदा की कसम खाकर बताएं, तो उन्होंने कहा कि नहीं दिया।'