हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के नेता व बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ब्राह्मणों के लिए अपशब्द कहने के बाद विवादों में फंस गए हैं। हालांकि उन्होंने इस पर खेद जताया और यह भी कहा कि उन्होंने यह बात ब्राह्मणों के लिए नहीं, बल्कि अपनी जाति यानी दलितों के लिए कही थी।
लेकिन यह सवाल तो उठता ही है कि किसी के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल क्यों करेंगे, वह दलित हो या सवर्ण। यह सवाल अहम इसलिए भी है कि वे बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और मौजूदा दौर में भी बड़े नेता हैं, एक राजनीतिक दल के प्रमुख हैं।
मांझी ने भुइयां-मुसहर समुदायों के एक कार्यक्रम में कहा, "आजकल धर्म के प्रति आस्था गरीब तबके में ज़्यादा देखी जा रही है। हम अब तक भगवान सत्यनारायण का नाम नहीं जानते थे या उनकी पूजा नहीं करते थे।"
उन्होंने इसके आगे कहा,
























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