पटना के पारस अस्पताल में दिनदहाड़े हुई हत्या के मामले में पुलिस ने अब तक क्या कार्रवाई की? क़ानून व्यवस्था के मुद्दे पर नीतीश क्यों घिर रहे हैं? जानिए, इस घटना में अब तक क्या सामने आया।
पटना के पारस अस्पताल में हुए सनसनीखेज
हत्याकांड में एक आरोपी को गिरफ़्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार हत्याकांड को अंजाम देने वाले पांचों हथियारबंद बदमाशों की पहचान कर ली गई है। इन बदमाशों ने गुरुवार को अस्पताल में घुसकर एक गैंगस्टर चंदन मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी। मिश्रा इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती था। गिरफ्तार आरोपी का नाम तौसीफ बादशाह है, जो एक प्रॉपर्टी डीलर है और कथित तौर पर कॉन्ट्रैक्ट किलिंग में शामिल रहा है।
17 जुलाई को सुबह करीब 7:30 बजे पांच हथियारबंद लोग पटना के राजा बाज़ार इलाक़े में स्थित पारस अस्पताल में घुसे। ये लोग अस्पताल के दूसरे माले पर कमरा नंबर 209 में पहुंचे, जहां चंदन मिश्रा इलाज के लिए भर्ती था। सीसीटीवी फुटेज में दिखा कि ये लोग पिस्तौल निकालकर कमरे में घुसे, चंदन मिश्रा पर कई गोलियाँ चलाईं और फिर वहाँ से भाग गए। चंदन मिश्रा को कई गोलियाँ लगीं और अस्पताल में ही उसकी मौत हो गई।
चंदन मिश्रा बक्सर जिले का निवासी था और कई आपराधिक मामलों में आरोपी था। उसके ख़िलाफ़ 24 से ज़्यादा आपराधिक मामले दर्ज थे, जिनमें 12 से अधिक हत्या के मामले शामिल थे। वह 2011 में व्यवसायी राजेंद्र केसरी की हत्या के मामले में दोषी करार दिया गया था। चंदन मिश्रा बक्सर से भागलपुर जेल स्थानांतरित किया गया था और मेडिकल आधार पर पैरोल पर था। वह लीवर की सर्जरी के बाद पारस अस्पताल में भर्ती था।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
पटना पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की और सीसीटीवी फुटेज की मदद से सभी पांच आरोपियों की पहचान कर ली। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय शर्मा ने बताया, 'चंदन मिश्रा एक कुख्यात अपराधी था, जिसके खिलाफ कई हत्या के मामले दर्ज थे। हमें शक है कि यह हमला एक प्रतिद्वंद्वी गिरोह ने किया। हम बक्सर पुलिस के साथ मिलकर आरोपियों की तलाश कर रहे हैं।' पुलिस ने तौसीफ बादशाह उर्फ तौसीफ खान को गिरफ्तार किया है, जो सीसीटीवी में सफेद शर्ट और नीली जींस में बिना टोपी के दिखा। रिपोर्टं में पुलिस सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि तौसीफ का गिरोह कॉन्ट्रैक्ट किलिंग और उगाही में शामिल है। बाकी चार आरोपियों को पकड़ने के लिए पटना और बक्सर में छापेमारी चल रही है।
पटना (सेंट्रल) की पुलिस अधीक्षक दीक्षा ने कहा, 'हम अस्पताल और आसपास के इलाकों से सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रहे हैं। आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ने के लिए कई टीमें बनाई गई हैं।' पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या अस्पताल के सुरक्षा गार्ड इस घटना में शामिल थे।
कानून-व्यवस्था पर सवाल
इस घटना ने बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विपक्षी दलों ने नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पर निशाना साधा है। राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, 'सरकारी अपराधियों ने अस्पताल में भर्ती मरीज को ICU में घुसकर गोली मारी। बिहार में कोई भी कहीं सुरक्षित नहीं है? क्या 2005 से पहले ऐसा होता था?'
पुर्णिया के निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने भी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा, 'बिहार में कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। मैं राज्यपाल से मिलकर राष्ट्रपति शासन की मांग करूंगा। अपराधियों को जाति के आधार पर निशाना बनाया जा रहा है।'
केंद्रीय मंत्री और एनडीए सहयोगी
चिराग पासवान ने भी इस घटना पर चिंता जताई। उन्होंने कहा, 'पटना के रिहायशी इलाके में पारस अस्पताल में हमला इस बात का सबूत है कि अपराधी अब खुलेआम कानून को चुनौती दे रहे हैं। बिहार में अपराध की स्थिति चिंताजनक है।'
बिहार में बढ़ते अपराध
यह घटना बिहार में हाल के हफ्तों में हुई कई हत्याओं की कड़ी में शामिल है। 4 जुलाई को पटना के गांधी मैदान इलाके में व्यवसायी गोपाल खेमका की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद, बीजेपी नेता सुरेंद्र केवट, वकील जितेंद्र महतो और अन्य लोगों की हत्या ने राज्य में कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। इस महीने राज्य में 26 से ज़्यादा हत्याएँ हो चुकी हैं।
बिहार के पुलिस महानिदेशक विनय कुमार ने कहा है कि हम अपराध को नियंत्रित करने के लिए कई कदम उठा रहे हैं। 2004 में रोजाना चार बड़े अपराध होते थे, लेकिन अब हत्याओं की संख्या धीरे-धीरे कम हुई है। हालाँकि, विपक्ष का कहना है कि नीतीश कुमार सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है।
सीसीटीवी फुटेज और जांच की दिशा
वायरल हुए सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि पांच हथियारबंद लोग अस्पताल के कॉरिडोर में आराम से चलते हुए चंदन मिश्रा के कमरे में घुसते हैं, गोली चलाते हैं और फिर भाग जाते हैं। पुलिस ने फोरेंसिक और कैनाइन यूनिट को मौके पर भेजा और चंदन मिश्रा के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। प्रारंभिक जांच में पुलिस का मानना है कि यह हत्या पुरानी गैंग दुश्मनी का नतीजा हो सकती है।
पटना पुलिस ने सभी आरोपियों को जल्द पकड़ने का दावा किया है। उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने कहा, 'अपराधियों को कड़ी सजा दी जाएगी।' इस घटना ने बिहार में अपराध और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं, खासकर तब जब राज्य में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं। यह मामला न केवल कानून-व्यवस्था की स्थिति को उजागर करता है, बल्कि अस्पतालों जैसे संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा की कमी को भी सामने लाता है।