loader

अमिताभः ताजा हादसा और 'कुली' की वो घटना

बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन हैदराबाद में एक फिल्म की शूटिंग के दौरान चोटिल हो गए हैं, उनकी पसली में गंभीर चोट आई है। अमिताभ, प्रभास और दीपिका पादुकोण के साथ फिल्म “प्रोजेक्ट के” में अहम भूमिका रहे हैं। इसी फिल्म के एक एक्शन सीन को शूट करते हुए उनको चोट आई है। इसमें उनकी एक रिब टूट गई और दाहिनी ओर की एक मांसपेशी भी फट गई।  
इस खबर को साझा करते हुए बिग बी ने लिखा, "और इसे बताने की जरूरत है... हैदराबाद में प्रोजेक्ट के की शूटिंग के दौरान, एक एक्शन शॉट के दौरान, मैं घायल हो गया... रिब टूट गई और दाहिनी ओर एक मांसपेशी फट गई। शूटिंग रद्द कर दी...। हैदराबाद के ए एंड जी अस्पताल में एक डॉक्टर ने सलाह दी और स्कैन किया। मैं घर वापस आ गया। हाँ यह दर्दनाक है.. हिलने-डुलने और सांस लेने में।... कुछ हफ़्ते लगेंगे। ... दर्द की कुछ दवा भी चल रही है...'
उन्होंने आगे लिखा है - "तो, जो भी काम किया जाना था, उसे रोक कर दिया गया है और ठीक होने तक स्थगित कर दिया गया है। मैं जलसा में आराम कर रहा हूं और सभी आवश्यक गतिविधियों के लिए थोड़ा मोबाइल हूं ... लेकिन आम तौर पर लेटे-लेटे। मैं आज शाम शुभचिंतकों से मिलने में असमर्थ हूं …तो मत आना… और जो आने का इरादा रखते हैं, उन्हें जितना हो सके बता देना…"बाकी सब ठीक है।
फिल्म कलाकारों का फिल्म की शूटिंग के दौरान चोटिल होना कोई नई बात नहीं है। इससे बचने के लिए कई कलाकार तो बॉडी डबल तक का प्रयोग करते हैं। लेकिन कुछ कलाकार अपनी कला के प्रदर्शन के लिए खुद ही सीन शूट करते हैं, ऐसे में उनके चोटिल होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। अमिताभ भी उन्हीं कलाकारों में से हैं जो अपने सीन खुद ही शूट करते हैं।
ताजा ख़बरें
ऐसी दुखद घटनाओं में सबसे ज्यादा मशहूर किस्सा है, फिल्म मदर इंडिया का जिसके एक सीन को शूट करने के दौरान शूटिंग स्थल पर आग लग गई और फिल्म की हीरोइन नर्गिस उस आग में फंस गईं। जब सुनील दत्त को नर्गिस के आग में फंसे होने का पता चला तो उन्होंने आग में घुसकर उनको बाहर निकाला। यहीं से नर्गिस और सुनील दत्त की प्रेम कहानी शुरु हुई। फिल्म की शूटिंग के दौरान ही यह प्रेम शुरु हो चुका था लेकिन फिल्म में मां-बेटे का किरदार निभाने के कारण के इस किस्से को बहुत दिनों तक छुपा कर रखा गया। और बाद में दोनों ने जाकर शादी की।   
ऐसी दुखद घटनाओं में सबसे ज्यादा मशहूर किस्सा है, फिल्म मदर इंडिया का जिसके एक सीन को शूट करने के दौरान शूटिंग स्थल पर आग लग गई और फिल्म की हीरोइन नर्गिस उस आग में फंस गईं।
यह पहली बार नहीं है जब अमिताभ किसी फिल्म की शूटिंग करते हुए चोटिल हुए हों। इससे पहले वे एक बार और गंभीर रूप से चोटिल हो चुके हैं। उस समय लगी चोट की गंभीरता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है, ‘जब उनके जिंदा बचने की दुआयें की जा रही थीं, इस बात का कयास लगाए जा रहे थे कि वे फिल्मों में वापस लौटेंगे कि नहीं’।
कुली फिल्म के एक सीन में अमिताभ और पुनीत इस्सर के बीच एक फाइटिंग सीन था, जिसमें पुनीत ने अमिताभ को बहुत जोर से उनको एक घूंसा मार दिया, इस घूंसे की मार से अमिताभ के पेट के अंदर इंटरनल ब्लीडिंग होने लगी। इस ब्लीडिंग के चलते उनके शरीर में खून की कमी हो गई। अपने चहेते अभिनेता की जान बचाने के लिए बहुत सारे लोगों ने ब्लड डोनेट किया था। मीडिया में छपी खबरों के अनुसार 200 से ज्यादा लोगों ने अमिताभ के लिए ब्लड डोनेट किया था। इन्हीं डोनर्स में से किसी एक में हेपेटाइटिस बी का वायरस था। अमिताभ इस हादसे से ठीक तो हो गए, लेकिन उन्हें एक दूसरी बीमारी लिवर सिरोसिस बीमारी हो गई, जिसका पता बहुत बाद में चला।
कुली की शूटिंग के दौरान घायल अमिताभ की जान बचाने के लिए 200 से ज्यादा लोगों ने ब्लड डोनेट किया। इनमें से किसी को हेपेटाइटिस बी था। जिसके चलते उन्हें लिवर सिरोसिस नाम की बीमारी हो गई, जिसका पता बहुत बाद में चला।
इस बात की जानकारी अमिताभ ने खुद ही मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में दी थी, जिसमें उन्होंने बताया था कि उनका 25 फीसदी लीवर खराब हो चुका है, सिर्फ 25 फीसदी लीवर के सहारे जीवन चला रहे हैं।
कुली की शूटिंग के दौरान जब अमिताभ घायल तब वो अपने कैरियर के चरम पर थे, उनकी एंग्री यंगमैन की छवि सिनेमा दर्शकों को भा रही थी। अमिताभ उस दौर में युवा पीढ़ी के गुस्से और विरोध के सिनेमाई प्रतीक बन चुके थे, जो गलत कामों के खिलाफ आवाज उठा रहे थे।
सिनेमा से और खबरें
अमिताभ के चोटिल होने का फिल्म मनमोहन देसाई के इस फिल्म को जबरदस्त लाभ मिला। फिल्म की जबरदस्त कमाई हुई। कुली उस दौर की सबसे सुपरहिट फिल्मों में से एक मानी जाती है।
ऐसे में जब अमिताभ के हमउम्र ज्यादातर कलाकार रिटायमेंट का जीवन जी रहे हैं, अमिताभ अब भी सक्रिय हैं, और एक्शन फिल्में कर रहे हैं। उनकी हालिया चोट उनके काम के प्रति समर्पण को दर्शाता है।
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

सिनेमा से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें