loader
फ़ोटो साभार: ट्विटर/@InfoGujarat

गुजरात डिफेंस एक्सपो में आत्मनिर्भर भारत की झलक: लेफ्ट. जनरल अभय

गुजरात में इस बार डिफेंस एक्सपो की शुरुआत होने वाली है जहां उम्मीद है कि आत्मनिर्भर भारत की झलक रक्षा क्षेत्र में भी दिख सकती है। लेफ्टिनेंट जनरल अभय कृष्ण (सेवानिवृत्त) ने यह बात कही है। उन्होंने कहा है कि आज़ादी के कई दशकों बाद भारत इस दिशा में आगे बढ़ रहा है।

लेफ्टिनेंट जनरल अभय कृष्ण ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ़ करते हुए कहा है कि कुछ वर्षों में भारत ने चीन को पीछे छोड़ते हुए सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था का तमगा हासिल कर लिया है। आज 3.37 मिलियन डॉलर के सकल घरेलू उत्पाद के साथ भारत को पाँचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था माना जाता है।

ताज़ा ख़बरें

उन्होंने कहा कि देश के रक्षा और प्रौद्योगिकी संबंधी निर्यात के मामले में भारत ने पिछले वर्ष लगभग 13000 करोड़ रुपये के उच्चतम आंकड़े को छू लिया है। यह पिछले वर्ष की तुलना में दोगुना और पांच साल पहले की तुलना में लगभग आठ गुना अधिक है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के आत्मनिर्भर भारत के विचार से देश को बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है।

लेफ्टिनेंट जनरल अभय कृष्ण ने कहा, ‘रक्षा उत्पादन शुरू में सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के अधीन था। लेकिन उसे निजी क्षेत्र की भारतीय कंपनियों के लिए खोल दिया गया। इस क्षेत्र में बड़े कदमों के तहत रक्षा अधिग्रहण प्रक्रिया 2020 को संशोधित किया गया। रक्षा विनिर्माण के लिए निवेश और प्रौद्योगिकी को आकर्षित करने पर जोर दिया गया। रक्षा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा बढ़ाकर 74 फीसदी तक कर दी गई।’

उन्होंने कहा कि नई रक्षा औद्योगिक लाइसेंस की मांग करने वाली कंपनियों को बढ़ावा दिया गया। देश में आधुनिक तकनीक लाने में सक्षम कंपनियों को प्रश्रय दिया गया।

गुजरात से और ख़बरें

लेफ्टिनेंट जनरल अभय कृष्ण ने कहा कि आज देश का रक्षा निर्यात पांच साल पहले की तुलना में लगभग आठ गुना तक बढ़ गया है। मेक इन इंडिया की वजह से भारत हथियारों के सबसे बड़े आयातक की बजाए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक उभरते हुए प्रमुख हथियार आपूर्तिकर्ता के रूप में जाना जाने लगा है।

देश में रक्षा निर्माण में जुटी कंपनियों ने रक्षा उपकरणों, प्लेटफार्मों, प्रणालियों और उप-प्रणालियों के स्वदेशी डिजाइन, विकास और निर्माण को बढ़ावा देने के लिए बड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। भारतीय नौसेना महत्वपूर्ण मिशन क्षेत्रों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग (एमएल) को शामिल करने पर खासा ध्यान दे रही है। रक्षा उद्योग में छोटे और मंझोले भारतीय उद्योगों की भूमिका बढ़ रही है। देश का सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश (यूपी) रक्षा उपकरण निर्माण के प्रमुख केंद्र के रूप में तेजी से उभर रहा है। 

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

गुजरात से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें