गुजरात कैबिनेट में अचानक बदलाव हुआ। एक दिन पहले मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को छोड़कर पूरी कैबिनेट से इस्तीफा दिलाया गया और अब शुक्रवार को नयी कैबिनेट भी बन गई। पहले जहाँ कैबिनेट मं 17 मंत्री थे वहीं फेरबदल के बाद अब नयी कैबिनेट में 26 मंत्री हैं। तो ये अचानक बदलाव क्यों? क्या बदले गए मंत्रियों ने अपना ठीक से काम नहीं किया और इसलिए बदल दिया गया या फिर क्या मंत्री न बनाए जाने वालों का गुस्सा इतना बढ़ गया था कि पार्टी में भगदड़ मच जाती इसलिए बागि़यों को शांत करने के लिए मंत्रिमंडल बदल दिया गया? या फिर यह महज चुनावी रणनीति का हिस्सा है?