बुधवार सुबह सोशल मीडिया पर एक वीडियो जोरदार ढंग से वायरल हुआ। आरोप लगाया कि इस वीडियो में सामाजिक कार्यकर्ता हर्ष मंदर एक भाषण के दौरान यह कह रहे हैं कि अब फ़ैसला संसद या सुप्रीम कोर्ट में नहीं होगा बल्कि सड़कों पर होगा। मंदर ने यह भाषण नागरिकता क़ानून के विरोध में जामिया में हो रहे धरने के दौरान छात्रों को संबोधित करते हुए दिया था।