बुधवार सुबह सोशल मीडिया पर एक वीडियो जोरदार ढंग से वायरल हुआ। आरोप लगाया कि इस वीडियो में सामाजिक कार्यकर्ता हर्ष मंदर एक भाषण के दौरान यह कह रहे हैं कि अब फ़ैसला संसद या सुप्रीम कोर्ट में नहीं होगा बल्कि सड़कों पर होगा। मंदर ने यह भाषण नागरिकता क़ानून के विरोध में जामिया में हो रहे धरने के दौरान छात्रों को संबोधित करते हुए दिया था।
हर्ष मंदर पर भड़काऊ भाषण देने का आरोप, सुप्रीम कोर्ट नाराज
- देश
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- 4 Mar, 2020
सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि हर्ष मंदर ने अपने भाषण में कहा है कि उन्हें सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा नहीं है। लेकिन क्या वास्तव में मंदर ने ऐसा कहा है?

हर्ष मंदर ने बीजेपी नेताओं के भड़काऊ बयानों के ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। इसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि बीजेपी नेताओं के भड़काऊ बयानों के कारण दिल्ली में दंगे हुए।
याचिका पर सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार की ओर से पेश हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने हर्ष मंदर के भड़काऊ भाषण का मुद्दा उठाया। मेहता ने मंदर की ओर से दायर की गई याचिका पर भी आपत्ति जाहिर की। मेहता ने कहा, ‘हर्ष मंदर ने अपने भाषण में कहा है, ‘हमें सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा नहीं है।’ मेहता ने कोर्ट को बताया कि नागरिकता क़ानून के विरोध में हुए प्रदर्शन के दौरान यह भाषण दिया गया।