बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम की भगदड़ के दौरान 11 लोगों की जान चली गई। इस घटना ने एक बार फिर भारत में बड़े आयोजनों में भीड़ प्रबंधन की गंभीर समस्या को उजागर किया है। यह घटना 29 जनवरी 2025 को प्रयागराज महाकुंभ मेले में हुई भयावह भगदड़, जिसमें कम से कम 30 लोगों की मौत (सरकारी आंकड़ा) हुई थी, और जुलाई 2024 में हाथरस त्रासदी, जिसमें 121 लोगों की जान गई थी, के बाद हुई है। ये घटनाएं अतीत की त्रासदियों से सबक न सीखने की स्पष्ट विफलता को बताती हैं। आखिर कब इस पर राष्ट्रीय नीति बनेगी या फिर अगली घटना के बाद फिर इस पर सिर्फ बातें होंगी।
बेंगलुरु IPL जश्नः देश में भगदड़ रोकने के लिए नीति कब बनेगी?
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- 5 Jun, 2025

बेंगलुरु के IPL जश्न में 11 मौतें, कुंभ में 30 और हाथरस में 121 मौतें भारत की भीड़ प्रबंधन विफलताओं को उजागर करती हैं। क्या इस पर राष्ट्रीय नीति नहीं होना चाहिए। सरकार कब तक रेत में मुंह छिपाएगी।

बेंगलुरु का चिन्नास्वामी स्टेडियम का गेट। 4 जून का फोटो।
























