नीतीश कुमार के जेडीयू और चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी के सामने अब 'विशेष राज्य के दर्जे' की मांग के लिए दबाव डालने का बढ़िया मौक़ा है। दोनों नेता इसके लिए लंबे समय से आवाज़ उठाते रहे हैं। दोनों ही नेता एनडीए के साथ रहे भी हैं, लेकिन बीजेपी इसके लिए दबाव में आती नहीं दिखी। तो क्या अब वह स्थिति आ गई है? आख़िर विशेष राज्य के दर्जे के लिए बिहार और आंध्र प्रदेश क्यों मांग कर रहे हैं?
आंध्र और बिहार के लिए 'विशेष दर्जे' की मांग क्यों? जानें क्या फायदा
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- 6 Jun, 2024
लोकसभा चुनाव नतीजे के बाद बीजेपी की जेडीयू और टीडीपी जैसे एनडीए सहयोगियों पर निर्भरता ने एक बार फिर से 'विशेष राज्य के दर्जे' की मांग को सुर्खियों में ला दिया है। जानिए, आख़िर क्या है यह 'विशेष राज्य का दर्जा'।

विशेष दर्जा मिलने से क्या फायदा होगा और इसके तहत क्या प्रावधान हैं, यह जानने से पहले यह जान लें कि विशेष राज्य का दर्जा कैसे मिलता है। विशेष श्रेणी का दर्जा भौगोलिक और सामाजिक-आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहे राज्यों के विकास को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार द्वारा दिया जाता है।