गुरुवार को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए 22 मार्च को ‘जनता कर्फ्यू’ रखे जाने की अपील की थी। प्रधानमंत्री ने लोगों से कहा था कि इस वैश्विक महामारी से निपटने के लिये लोग सोशल डिस्टेंसिंग का तरीक़ा अपनायें। इसका सीधा मतलब है कि लोग जितना हो सके, एक-दूसरे से कम मिलें और अगर मिलें तो भी दूरी बनाये रखें। लेकिन लगता है कि बीजेपी के नेता इस महामारी के फैलने को लेकर कतई गंभीर नहीं हैं।