मणिपुर को जातीय हिंसा की आग में किसने झोंका
अरुणाचल क्रिश्चियन फोरम के पूर्व अध्यक्ष और वर्तमान सलाहकार टोको टेकी ने कहा, “सरमा ने जो भी कहा वह सच है। हालांकि हमने ऐसा नहीं किया। लेकिन, आप इस बारे में क्या कर सकते हैं? आप जो कर सकते हैं वह उस 'विशेष धर्म' से जुड़े लोगों के गुस्से, शिकायतों का समाधान करना है, चाहे वह पूर्वोत्तर हो या पूरे देश में हो।'
क्षेत्र की 25 लोकसभा सीटों में से भाजपा की सहयोगी पार्टियां तीन सीट जीतने में कामयाब रहीं। जिसमें असम गण परिषद (एजीपी) और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) ने क्रमशः असम की बारपेटा और कोकराझार सीटें जीतीं, जबकि एनडीए सदस्य सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा ( एसकेएम) ने सिक्किम में एकमात्र सीट जीती।
कुल मिलाकर नॉर्थ ईस्ट में कांग्रेस का प्रदर्शन शानदार रहा। उसने मणिपुर की दोनों सीटें, नागालैंड और मेघालय में 1-1 सीट और असम में 3 सीटें जीती हैं। एनडीए ने 16 सीटों पर जीत हासिल की हैं। लेकिन ये वही सीटें हैं।