बांग्लादेश की सरकार ने मशहूर भारतीय फिल्म निर्माता और साहित्यकार सत्यजीत रे के पैतृक घर को ध्वस्त करने के फैसले को फिलहाल रोक दिया है। यह निर्णय भारत सरकार और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से की गई अपील के बाद आया है। यह घर बांग्लादेश के मयमनसिंह शहर में स्थित है और इसे सत्यजीत रे के दादा, प्रख्यात साहित्यकार उपेंद्र किशोर रे चौधरी ने लगभग एक सदी पहले बनवाया था। यह इमारत बंगाली सांस्कृतिक पुनर्जागरण का प्रतीक मानी जाती है और भारत-बांग्लादेश की साझा सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा है।