देश में टीकाकरण नीति पर सुप्रीम कोर्ट तक से आलोचनाओं का सामना कर चुकी मोदी सरकार को अब विशेषज्ञों ने एक बेहद अहम रिपोर्ट दी है। इसमें कहा गया है कि अनियोजित टीकाकरण से कोरोना के म्यूटेंट यानी इसके स्ट्रेन को बढ़ावा मिल सकता है। विशेषज्ञों की यह चेतावनी बेहद चिंता पैदा करने वाली होनी चाहिए। ऐसा इसलिए कि भारत में कोरोना के डेल्टा वैरिएंट को कोरोना की दूसरी लहर के लिए ज़िम्मेदार माना गया।
भारत में अनियोजित टीकाकरण से बढ़ सकते हैं स्ट्रेन के मामले: रिपोर्ट
- देश
- |
- 11 Jun, 2021
देश में टीकाकरण नीति पर सुप्रीम कोर्ट तक से आलोचनाओं का सामना कर चुकी मोदी सरकार को अब विशेषज्ञों ने बेहद अहम एक रिपोर्ट दी है। इसमें कहा गया है कि अनियोजित टीकाकरण से कोरोना के म्यूटेंट यानी इसके कोरोना के स्ट्रेन को बढ़ावा मिल सकता है।

कोरोना की दूसरी लहर कितनी घातक रही यह इससे समझा जा सकता है कि हर रोज़ संक्रमण के मामले 4 लाख से ज़्यादा आने लगे थे और सबसे ज़्यादा 6 मई को 4 लाख 14 हज़ार केस दर्ज किए गए थे। तब अस्पतालों में बेड, ऑक्सीज़न, दवाइयों की कमी हो गई थी। श्मशानों में शवों की कतार लग गई थी। और गंगा किनारे पानी में सैकड़ों शव तैरते हुए और रेतों में दफन किए हुए शव दिखे थे। कोरोना संक्रमण से उपजे ऐसे हालात के लिए नये वैरिएंट को ज़िम्मेदार माना गया।