प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरोप लगाया है कि सीताराम केसरी को कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में अपना कार्यकाल पूरा नहीं करने दिया गया था। उनके मुताबिक़ सोनिया गाँधी को कांग्रेस का नया अध्यक्ष बनाने के लिए केसरी को अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था। 

मोदी अपने इस आरोप से कांग्रेस को दलित-विरोधी (वैसे सीताराम केसरी दलित नहीं, ओबीसी वर्ग के थे) साबित करना चाहते हैं। उनका आरोप सही भी प्रतीत होता है क्योंकि 1947 में आज़ादी मिलने के बाद से अब तक कांग्रेस के जितने भी अध्यक्ष हुए हैं, उनमें दलित वर्ग के केवल एक - पूर्व उप-प्रधानमंत्री जगजीवन राम और पिछड़े वर्ग से दो - एक केसरी जिसका ज़िक़्र मोदी ने किया और दूसरे के. कामराज जो तमिलनाडु के नाडर समुदाय से थे। यानी पूरे 70 सालों में कांग्रेस ने दलित और पिछड़ा वर्ग से केवल तीन नेताओं को नेतृत्व करने का मौक़ा दिया। नीचे देखें लिस्ट।