अफगानिस्तान के विदेश मंत्री और तालिबान नेता अमीर खान मुत्तकी की शुक्रवार को अफगान दूतावास में प्रेस वार्ता में महिलाओं पत्रकारों को प्रवेश न देने का मामला गरमा गया है। यह फ़ैसला खुद तालिबान प्रतिनिधिमंडल ने लिया था, जिसका दूतावास के कर्मचारियों ने कड़ा विरोध किया था। द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, दूतावास परिसर को मिलने वाली डिप्लोमैटिक छूट ने तालिबान को प्रेस कॉन्फ्रेंस से महिलाओं को बाहर करने की ढाल प्रदान कर दी। इस घटना ने विपक्षी नेताओं, पत्रकार संगठनों और पूर्व राजदूतों के बीच आक्रोश पैदा कर दिया है, जबकि विदेश मंत्रालय ने खुद को इससे अलग रखने का दावा किया है।