छह राज्यों ने यूजीसी रेगुलेशन 2025 के मसौदे को वापस लेने की मांग करते हुए इसका विरोध किया है। उन्होंने यूजीसी मसौदे के खिलाफ एक संयुक्त प्रस्ताव पास किया है। इस मसौदे में विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में शिक्षकों और शैक्षणिक कर्मचारियों की नियुक्ति और पदोन्नति के लिए न्यूनतम योग्यता और उच्च शिक्षा के नियम बदल दिये गये हैं। राज्य यूनिवर्सिटीज में भी राज्य के अधिकार न के बराबर रह गये हैं। इस मुद्दे पर कई गैर बीजेपी शासित राज्यों में वहां के राज्यपालों और सरकार में टकराव रहा है और कुछ मामले सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंचे।