Trump Tariffs Effect: भारतीय डाक विभाग ने शनिवार को 25 अगस्त से यूएस के लिए सभी डाक सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित करने की घोषणा की। ऐसा अमेरिकी सीमा शुल्क नियमों में बदलावों का हवाला देते हुए किया गया है। जो इस महीने के अंत में लागू होंगे।
भारत ने अमेरिका द्वारा हाल ही में लगाए गए टैरिफ के जवाब में 25 अगस्त 2025 से अमेरिका के लिए सभी डाक सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित करने का फैसला किया है। डाक विभाग ने इस फैसले की पुष्टि करते हुए कहा कि यह कदम अमेरिका के नए व्यापार नियमों के जवाब में उठाया गया है। डाक विभाग ने अमेरिकी सीमा शुल्क (US customs rules) नियमों में बदलावों का हवाला दिया जो इस महीने के अंत में लागू होंगे।
रिपोर्ट के अनुसार, यह निलंबन डाक और पार्सल सेवाओं पर लागू होगा, जिसका असर अमेरिकी ई-कॉमर्स क्षेत्र पर 20 से 70 मिलियन डॉलर तक पड़ सकता है। अनुमान है कि हर महीने 5 लाख से 10 लाख डाक वस्तुओं की डिलीवरी में देरी हो सकती है। इस कदम से छोटे व्यवसायों और अमेरिका में रहने वाले भारतीय प्रवासियों पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ने की संभावना है।
डाक सेवाओं के रोकने का असर क्या होगा
अभी तक 800 अमेरिकी डॉलर तक के सामानों के लिए टैरिफ मुक्त न्यूनतम छूट थी। लेकिन अब ये छूट अमेरिका ने वापस ले ली है। हालाँकि 100 अमेरिकी डॉलर तक की उपहार वस्तुएँ इससे मुक्त रहेंगी। एक बयान में, डाक विभाग ने कहा कि 29 अगस्त से, "अमेरिका जाने वाली सभी अंतरराष्ट्रीय डाक वस्तुएँ, चाहे उनका मूल्य कुछ भी हो अंतर्राष्ट्रीय आपातकालीन आर्थिक शक्ति अधिनियम (IEEPA) टैरिफ ढाँचे के अनुसार सीमा शुल्क के अधीन होंगी।" अमेरिकी प्रशासन ने 30 जुलाई को कार्यकारी आदेश जारी किया था। जिसमें इसे इस महीने के अंत में लागू करने की बात कही गई थी।
अमेरिका जाने वाली कई विमान कम्पनियों ने भारतीय अधिकारियों को सूचित किया है कि ऑपरेशन संबंधी तैयारी के अभाव में वे 25 अगस्त के बाद माल स्वीकार नहीं करेंगे।
डाक विभाग ने कहा कि जिन ग्राहकों ने पहले ही ऐसी वस्तुओं की बुकिंग कर ली है जिनकी डिलीवरी नहीं हो सकती, वे डाक शुल्क वापस मांग सकते हैं। विभाग ने यह भी कहा कि वह "सभी स्टेकहोल्डर्स के साथ बारीकी से नज़र रख रहा है, और जल्द से जल्द सेवाओं को सामान्य करने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है।"
यह फैसला अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा के बाद आया है, जो भारत द्वारा रूस से तेल खरीदने के जवाब में लगाया गया था। यह अतिरिक्त टैरिफ 27 अगस्त से लागू होने वाला है, जिससे भारतीय निर्यात पर कुल टैरिफ 50% तक पहुंच जाएगा।
भारत से ट्रेड डील भी रुकी
भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) पर मार्च से बातचीत चल रही है, जिसका लक्ष्य 2030 तक दोनों देशों के बीच व्यापार को 191 बिलियन डॉलर से बढ़ाकर 500 बिलियन डॉलर करना था। लेकिन ट्रंप ने अब कह दिया है कि टैरिफ मुद्दे का समाधान होने तक ट्रेड डील पर बातचीत आगे नहीं बढ़ेगी। यूएस से भारत आने वाले प्रतिनिधिमंडल को ट्रंप ने रोक दिया है।भारत ने पहले भी अमेरिकी टैरिफ के जवाब में जवाबी टैरिफ लगाने की योजना बनाई थी। जुलाई में विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) को दी गई एक अधिसूचना में भारत ने 7.6 बिलियन डॉलर के अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ लगाने की बात कही थी। यह निलंबन भारत की ओर से एक और रणनीतिक कदम माना जा रहा है, जो अमेरिका को व्यापार वार्ता में अधिक लचीलापन दिखाने के लिए प्रेरित कर सकता है।