भारत और चीन के बीच सैन्य तनातनी जारी रहने के चार महीने पूरे होने के साथ ही भारत और चीन के रक्षा मंत्रियों की सीधी बातचीत के बाद दोनों ओर से साफ संकेत दिया गया है कि उनकी सेनाओं ने अपनी म्यानों से तलवारें निकाल ली हैं और अब वे इसे भांजने के लिये पूरी तरह तैयार हैं। इस बातचीत की पहल हालांकि चीन की ओर से की गई और भारतीय रक्षा मंत्री ने इस बातचीत को लेकर अपनी अरुचि दिखाई कि उनका मास्को में काफी व्यस्त कार्यक्रम है। चीनी पक्ष द्वारा बातचीत की पहल करना यह संकेत देता है कि पूर्वी लद्दाख के सीमांत इलाके में भारतीय सेना ने सैन्य दबाव काफी बढ़ा दिया है।