रिपब्लिक टीवी के प्रबंध निदेशक और मशहूर पत्रकार अर्णब गोस्वामी को क्या बालाकोट हमले की पूर्व जानकारी थी? यदि उन्हें यह जानकारी थी तो सवाल उठता है कि यह गोपनीय जानकारी 'क्लासीफ़ाइड इनफॉर्मेशन' उन तक कैसे पहुँची?


इन सवालों का जवाब पाने के लिए विपक्षी दलों ने अर्णब गोस्वामी के लीक हुए वॉट्सऐप चैट की जाँच संयुक्त संसदीय समिति से कराने की माँग केंद्र सरकार से की है। इन दलों का कहना है कि यह क्लासीफ़ाइड इनफॉर्मेशन के लीक होने और मिलीभगत का मामला बन सकता है, लिहाज़ा पूर मामले की जाँच होनी चाहिए। सत्तारूढ़ बीजेपी इस पर अब तक चुप है, पर यह मामला तूल पकड़ेगा, यह लगभग तय है। 

कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा है,