कॉमेडियन कपिल शर्मा के कनाडा के सरे में स्थित 'कैप्स कैफे' पर गुरुवार तड़के दूसरी बार फायरिंग की गई। स्थानीय समाचार और सोशल मीडिया पोस्ट के अनुसार, लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े गोल्डी ढिल्लों ने हमले की जिम्मेदारी ली। उसने धमकी दी है कि फोन कॉल का जवाब न मिलने पर अगला हमला मुंबई में होगा। सरे पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

सरे के 85 एवेन्यू और स्कॉट रोड के चौराहे पर स्थित कैप्स कैफे पर स्थानीय समय के अनुसार गुरुवार सुबह करीब 4:30 बजे फायरिंग की गई। स्थानीय निवासियों और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कम से कम छह से आठ गोलियां चलाई गईं, जिससे कैफे की खिड़कियों के शीशे टूट गए और संपत्ति को नुकसान पहुंचा। सरे पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू की, लेकिन अभी तक इस हमले के पीछे के मकसद की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। किसी के घायल होने की कोई खबर नहीं है।
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सोशल मीडिया पर वायरल एक कथित वीडियो में एक व्यक्ति को कार से कैफे की ओर गोलियां चलाते देखा गया। वीडियो में एक आवाज सुनाई दे रही है, जिसमें कहा गया, 'हमने टारगेट को फोन किया था, लेकिन उसने जवाब नहीं दिया, इसलिए हमें यह कदम उठाना पड़ा। अगर वह अभी भी जवाब नहीं देता, तो अगली कार्रवाई जल्द ही मुंबई में होगी।' यह दावा गोल्डी ढिल्लों नाम के गैंगस्टर ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए किया, जिसमें उसने खुद को लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हिस्सा बताया।

पहला हमला कब हुआ?

यह दूसरी बार है जब कपिल शर्मा के कैफे को निशाना बनाया गया है। इससे पहले 9 जुलाई 2025 को कैफे पर नौ गोलियां चलाई गई थीं, जिसकी जिम्मेदारी जर्मनी में रहने वाले बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के आतंकवादी हरजीत सिंह लड्डी ने ली थी। लड्डी भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल है। उसने दावा किया था कि हमला कपिल शर्मा के एक टीवी शो में निहंग सिखों के परिधान पर की गई कथित टिप्पणियों के जवाब में किया गया। उस समय भी कोई घायल नहीं हुआ था और कैफे ने कुछ दिनों बाद फिर से अपने दरवाजे खोल दिए थे।

कपिल शर्मा और उनकी पत्नी गिन्नी चतरथ ने कैप्स कैफे को हाल ही में शुरू किया है। यह कनाडा में भारतीय समुदाय के बीच काफी लोकप्रिय हो रहा था। लेकिन यह गैंगस्टरों के निशाने पर आ गया।

कैफे ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम पेज पर पहली घटना के बाद एक बयान जारी किया था, "हमने कैप्स कैफे को गर्मजोशी, समुदाय और खुशी लाने के सपने के साथ शुरू किया था। इस तरह की हिंसा का हमारे इस सपने से टकराव हृदयविदारक है। हम इस सदमे से उबर रहे हैं, लेकिन हम हार नहीं मान रहे।'

लॉरेंस बिश्नोई गैंग का दावा

इस बार हमले की जिम्मेदारी लेने वाला गोल्डी ढिल्लों एक कथित गैंगस्टर है, जो लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा हुआ है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग पहले भी कई हाई-प्रोफाइल हमलों और जबरन वसूली की घटनाओं में शामिल रहा है। गोल्डी ढिल्लों ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, 'जय श्री राम, सत श्री अकाल, सभी भाइयों को राम राम। आज सरे में कपिल शर्मा के कैप्स कैफे पर जो फायरिंग हुई, उसकी जिम्मेदारी गोल्डी ढिल्लों और लॉरेंस बिश्नोई गैंग लेता है। हमने उसे फोन किया, लेकिन उसने जवाब नहीं दिया, इसलिए हमें यह कदम उठाना पड़ा। अगर वह अब भी जवाब नहीं देता तो अगली कार्रवाई जल्द ही मुंबई में होगी।'
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हालांकि, सरे पुलिस ने अभी तक इस दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं की है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार पुलिस प्रवक्ता स्टाफ सार्जेंट लिंडसे ह्यूटन ने कहा, 'जांच अभी शुरुआती चरण में है और हम अन्य घटनाओं और संभावित मकसदों की जांच कर रहे हैं। हमें अभी तक संदिग्ध का विवरण नहीं मिला है।' पुलिस सीसीटीवी फुटेज और गवाहों के बयानों का विश्लेषण कर रही है।

कनाडा में भारतीय समुदाय के बीच इस तरह की घटनाएं चिंता का विषय बन रही हैं। हाल के महीनों में पंजाबी गायक एपी ढिल्लों और गिप्पी ग्रेवाल के घरों पर भी हमले हुए हैं, जिनकी जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई और रोहित गोदारा गैंग ने ली थी। कनाडा की खुफिया एजेंसी कैनेडियन सिक्योरिटी इंटेलिजेंस सर्विस ने हाल ही में एक रिपोर्ट में कहा था कि खालिस्तानी चरमपंथी कनाडा को भारत के खिलाफ हिंसा की योजना बनाने और फंड जुटाने के लिए आधार के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं।
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कपिल शर्मा के कैफे का भविष्य क्या?

अपनी कॉमेडी शो 'द ग्रेट इंडियन कपिल शो' के लिए जाने जाने वाले कपिल शर्मा ने अभी तक इस दूसरी घटना पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। हालांकि, उनके प्रशंसकों ने सोशल मीडिया पर उनके प्रति समर्थन जताया है। कैप्स कैफे ने पहली घटना के बाद अपनी मजबूती दिखाई थी और जल्द ही फिर से खुल गया था। इस बार भी कैफे के कर्मचारियों और प्रबंधन से ऐसी ही उम्मीद की जा रही है।

कपिल शर्मा के कैफे पर लगातार दो हमलों ने कनाडा में भारतीय समुदाय की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। लॉरेंस बिश्नोई गैंग का इस हमले में शामिल होने का दावा और खालिस्तानी आतंकवादी हरजीत सिंह लड्डी का पिछला हमला इस क्षेत्र में बढ़ती आपराधिक गतिविधियों की ओर इशारा करता है। सरे पुलिस और कनाडाई अधिकारियों पर अब यह जिम्मेदारी है कि वे इस मामले की तह तक जाएं और दोषियों को सजा दिलाएं।