ऐसा लगता है कि कांग्रेस सुधरने को तैयार नहीं हैं। जो पार्टी की बेहतरी चाहते हैं उन्हे ज़रूर निशाने पर लिया जा रहा है। दरबारी और चापलूस चिठ्ठी लिखने वालों पर ही हमले कर रहे है। क्या यह सोनिया-राहुल की मर्ज़ी से हो रहा है? अब चिट्ठी लिखने वालों का दर्द खुलकर सामने आ रहा है। वे बोलने लगे हैं।
सिब्बल : हम पर हमले हुए, हमें विश्वासघाती कहा गया, नेतृत्व चुप रहा
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- 30 Aug, 2020
कपिल सिब्बल का कहना है कि उन्होंने और दूसरे लोगों ने जो सवाल उठाए थे, उन पर कोई बात नहीं हुई, किसी ने वह मुद्दा नहीं उठाया, कोई चर्चा नहीं हुई।
