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असम के सीएम सरमा

मियां भाई और महंगी सब्जी...ओवैसी ने पूछा- मुर्गी अंडे न दे तो क्या मुस्लिम जिम्मेदार

असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा के बयान पर हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने पलटवार किया है। सरमा ने सब्जियों की बढ़ती कीमतों के लिए मुस्लिम विक्रेताओं को जिम्मेदार ठहराया तो ओवैसी ने सरमा पर तंज कसा। उन्होंने कहा, शायद वे अपनी व्यक्तिगत विफलताओं का दोष भी ''मियां भाई'' पर मढ़ रहे हैं। सरमा के बयान को भाजपा के अलावा किसी ने पसंद नहीं किया है।
सरमा ने शुक्रवार को यह दावा करके एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया कि मुस्लिम सब्जी विक्रेता सब्जियों की कीमतें बढ़ा रहे हैं, और अगर "असमिया लोग" सब्जियां बेचते, तो वे कभी भी "अपने असमिया लोगों" से अधिक पैसा नहीं लेते। सरमा ने कहा, "वे कौन लोग हैं जिन्होंने सब्जियों की कीमत इतनी बढ़ा दी है? वे मियां व्यापारी हैं, जो ऊंची कीमत पर सब्जियां बेच रहे हैं।"

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कौन हैं मियां व्यापारी

स्थानीय भाषा में 'मियां' का तात्पर्य बंगाली भाषी मुसलमानों से है जो असम में रहते हैं लेकिन माना जाता है कि वे मूल रूप से बांग्लादेश से आए हैं। फरवरी 2021 में द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, असम के मुख्यमंत्री ने अक्सर मियां समुदाय को "बहुत सांप्रदायिक" होने के लिए कोसा है। उन्होंने उन पर असमिया संस्कृति और भाषा को विकृत करने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए उन्हें 'बाहरी' तक कहा है। 
बीबीसी की एक खबर के मुताबिक असम के मुख्यमंत्री ने कहा, "गुवाहाटी में मियां व्यापारी असमिया लोगों से सब्जियों के ऊंचे दाम वसूल रहे हैं, जबकि गांवों में सब्जियों की कीमत कम है। अगर आज असमिया व्यापारी सब्जियां बेच रहे होते, तो वे कभी भी अपने असमिया लोगों से अधिक कीमत नहीं वसूलते।"

ओवैसी का बयान

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष ओवैसी ने तीखा पलटवार किया। ओवैसी ने कहा-  "देश में एक ऐसी मंडली है जिसके घर अगर भैंस दूध ना दे या मुर्ग़ी अंडा ना दे तो उसका इल्ज़ाम भी मियाँ जी पर ही लगा देंगे। शायद अपने “निजी” नाकामियों का ठीकरा भी मियाँ भाई के सर ही फोड़ते होंगे।आज कल मोदी जी की विदेशी मुसलमानों से गहरी यारी चल रही है, उन्हीं से कुछ टमाटर, पालक, आलू वगैरह माँग कर काम चला लीजिए।" पीएम मोदी आज यूएई की यात्रा पर हैं। ओवैसी ने पीएम की मुस्लिम बहुल देशों की हालिया यात्राओं का जिक्र करते हुए चुटकी ली।
उधर, इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के प्रमुख बदरुद्दीन अजमल ने आज 15 जुलाई शनिवार को असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पर राज्य में सब्जियों की बढ़ती कीमतों पर अपनी टिप्पणी से असमिया मुसलमानों को हिन्दुओं से अलग करने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
गुवाहाटी के गारीगांव में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए, एआईयूडीएफ प्रमुख ने दावा किया कि असम के मुख्यमंत्री सरमा का यह बयान कि शहर में सब्जियों की कीमत में वृद्धि के लिए "मिया" (मुस्लिम) विक्रेता जिम्मेदार थे, अल्पसंख्यक समुदाय के प्रति अपमानजनक और आहत करने वाला है।
अजमल ने कहा -सीएम ने कहा कि मियां समुदाय के लोगों को गुवाहाटी में सब्जियां और मसाले बेचने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस तरह का बयान किसी राज्य के मुख्यमंत्री के लिए उचित नहीं है। वह राज्य के प्रमुख हैं। उनका इस तरह की टिप्पणी करना सही नहीं है। हम सीएम की टिप्पणी से निराश हैं।

एआईयूडीएफ प्रमुख ने आरोप लगाया कि सरमा का बयान मुसलमानों और अन्य असमिया लोगों के बीच खाई पैदा करने वाला है।

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क़मर वहीद नक़वी
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