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‘पाकिस्तान जिन्दाबाद!’ कहने वाली लड़की का कहना है, ‘सारे देश जिन्दाबाद!’

बेंगलुरू में गुरुवार को जिस लड़की ने ‘पाकिस्तान जिन्दाबाद!’ कह कर सबको चौंका दिया था, उसका कहना है, ‘सारे देश जिन्दाबाद!’ वह यह भी कहती है कि ‘वह भारतीय है, उसका कर्तव्य है कि वह भारत से प्रेम करे और इसके लोगों की सेवा करे और वह ऐसा करेगी।’
अमूल्या लियोना ने अपने फ़ेसबुक पोस्ट में बीते हफ़्ते लिखा था: 

‘जो भी देश हों, सारे देश जिन्दाबाद!’ उन्होंने आगे लिखा था, भारत जिन्दाबाद! पाकिस्तान जिन्दाबाद! बांग्लादेश जिन्दाबाद! श्रीलंका जिन्दाबाद! नेपाल जिन्दाबाद! अफ़ग़ानिस्तान जिन्दाबाद!, चीन जिन्दाबाद! भूटान जिन्दाबाद!


अमूल्या लियोना, छात्रा, बेंगलुरू

अमूल्या को मंच से पकड़ कर उतारा गया और उन्हें तुरन्त गिरफ़्तार कर लिया गया। उन पर राजद्रोह का आरोप लगाया गया है। अदालत ने अमूल्या को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। 

क्या हुआ रैली में 

नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध में बेंगलुरू के फ़्रीडम पार्क में गुरुवार शाम को यह रैली आयोजित की गई थी। रैली को संविधान बचाओ रैली का नाम दिया गया था। इस दौरान वहां अमूल्या भी मौजूद थी। तभी अमूल्या ने मंच पर माइक से 'पाकिस्तान जिंदाबाद' का नारा लगाया। इस दौरान मंच पर ओवैसी भी मौजूद थे। ओवैसी और कई अन्य लोगों ने लड़की को रोकने की कोशिश की लेकिन वह यह नारा लगाती रही। इस पर आयोजकों ने तुरंत पुलिस को बुलाया और पुलिस अमूल्या को खींचकर मंच से नीचे ले गयी। अमूल्या ने 'हिंदुस्तान जिंदाबाद' के भी नारे लगाये। 

‘इंडिया टुडे’ से बात करते हुए अमूल्या के पिता ने कहा, ‘अमूल्या ने जो कहा है मैं उसे क़तई बर्दाश्त नहीं करूंगा। मैंने उसे कई बार कहा कि वह मुसलिमों के साथ न जाए लेकिन उसने मेरी बात नहीं सुनी। मैंने उसे कई बार कहा कि वह भड़काऊ बयान नहीं दे लेकिन उसने मेरी बात नहीं सुनी।’ अमूल्या के पिता चिकमंगलूरु में रहते हैं और जनता दल (सेक्युलर) की होबली इकाई के अध्यक्ष हैं। 

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उन्होंने ‘इंडिया टुडे’ से आगे कहा, ‘जब से मैं बीमार हूं, मैं उसे यहां आने के लिये कह रहा हूं। मैं दिल का मरीज हूं लेकिन उसने मुझसे कहा कि मैं ख़ुद ही अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखूं। तब मैंने फ़ोन काट दिया और तबसे मेरी उससे कोई बात नहीं हुई है।’ न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक़, अमूल्या के पिता जब यह बयान दे रहे थे तो कुछ लोगों ने उन्हें घेरने की कोशिश की। 

हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने घटना को लेकर ‘इंडिया टुडे’ से कहा, ‘मैं थोड़ी देर में शाम की नमाज़ पढ़ने वाला था लेकिन तभी मैंने यह बकवास सुनी। मैं उस लड़की के पास पहुंचा और उसे रोका। मैंने उससे कहा कि यह क्या है, तुम यह क्या बकवास कर रही हो। हम ऐसी चीजों को क़तई बर्दाश्त नहीं करेंगे। इसके बाद पुलिस वहां आयी।’ ओवैसी ने कहा उन्हें उम्मीद है कि कार्यक्रम के आयोजक यह नारा लगाने वाली लड़की के ख़िलाफ़ जांच की मांग करेंगे। 

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‘इंडिया टुडे’ के मुताबिक़, अमूल्या की ओर से 16 फ़रवरी को लिखी गई एक फ़ेसबुक पोस्ट में लिखा गया है कि राष्ट्र का मतलब होता है कि उसके लोगों को मूलभूत सुविधाएं मिलें और वे अपने बुनियादी अधिकारों का प्रयोग कर सकें। अमूल्या ने अपनी पोस्ट में यह भी दावा किया है कि कोई भी व्यक्ति अगर किसी दूसरे देश के पक्ष में जिंदाबाद का नारा लगाता है तो वह उस देश का हिस्सा नहीं बन जाता है। अमूल्या को जब पुलिस मंच से खींचकर नीचे ले गयी तो उसे हिंदुस्तान जिंदाबाद और पाकिस्तान जिंदाबाद कहते हुए सुना गया। 

इस मामले को लेकर बीजेपी के तमाम नेताओं ने ट्वीट कर प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी के महासचिव (संगठन) बीएल संतोष ने इस घटना का वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, ‘नागरिकता क़ानून का विरोध कहे जाने वाले इस पागलपन को देखिये, एक वामपंथी कार्यकर्ता ने बेंगलुरू में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाये। अब यह कहने का समय आ चुका है कि बहुत हो चुका।’ 

समर्थन करने वाले जाएं पाकिस्तान

कर्नाटक बीजेपी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा कि पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा ओवैसी की मौजूदगी में लगा है। पार्टी ने कहा है कि नागरिकता क़ानून के विरोध में हो रहे प्रदर्शन पाकिस्तान और कांग्रेस के नेतृत्व वाली देश विरोधी ताक़तों के द्वारा मिलकर किये जा रहे हैं। ट्वीट में आगे कहा गया है कि जो लोग पाकिस्तान का समर्थन करते हैं उन्हें हमेशा के लिये वहां चले जाना चाहिए। 

आरएसएस की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने नारे लगाये जाने के बाद बेंगलुरू में प्रदर्शन किया है। एबीवीपी ने अमूल्या को कठोर सजा देने की मांग की है। 
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क़मर वहीद नक़वी
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