प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को बिहार के मधुबनी में कहा कि भारत हर आतंकवादी और उसके समर्थकों की पहचान करेगा, उन्हें पकड़ेगा और दंडित करेगा। हमारा मनोबल न टूटा है, न कभी टूटेगा। मोदी ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले में 25 पर्यटकों और एक कश्मीरी की निर्मम हत्या के दो दिन बाद बिहार से कड़ा संदेश दिया। रैली में भाषण शुरू करने से पहले मोदी ने दो मिनट का मौन भी रखवाया। बिहार में इसी साल अक्टूबर में चुनाव हैं। बिहार में मोदी का यह दौरा चुनावी न होते हुए भी चुनाव से जोड़ा कर देखा जा रहा है। मोदी का भाषण अभी जारी है। यह खबर उनके भाषण के साथ अपडेट होगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पहलगाम में जिस निर्दयता से आतंकवादियों ने निर्दोष पर्यटकों की हत्या की, उससे पूरा देश दुखी है। पूरा देश शोकाकुल परिवारों के साथ है। सरकार घायलों की भलाई सुनिश्चित करने की पूरी कोशिश कर रही है। किसी ने अपना बेटा खोया है, किसी ने अपना भाई खोया है, किसी ने अपना जीवन साथी खोया है। कोई बंगाली बोलता था, कोई कन्नड़ बोलता था, कोई मराठी था, कोई उड़िया था, कोई गुजराती था और कोई बिहार का बेटा था।

प्रधानमंत्री ने कहा, "कारगिल से कन्याकुमारी तक शोक और रोष है। यह हमला सिर्फ निर्दोष पर्यटकों पर नहीं था; देश के दुश्मनों ने भारत की आत्मा पर हमला करने का दुस्साहस दिखाया है।"

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमले को अंजाम देने वाले आतंकवादियों और इसकी साजिश रचने वालों को "ऐसी सजा मिलेगी जिसकी वे कल्पना भी नहीं कर सकते।" उन्होंने कहा, "आतंकवाद के इस पनाहगाह में जो कुछ भी बचा है, उसे नष्ट करने का समय आ गया है। 140 करोड़ लोगों की इच्छाशक्ति आतंक के आकाओं की कमर तोड़ देगी।"

पीएम मोदी ने अपने भाषण के कुछ हिस्से को अंग्रेजी में भी पढ़ा। उन्होंने कहा- "मैं पूरी दुनिया से कहता हूं। भारत हर आतंकवादी और उसके समर्थकों की पहचान करेगा, उन्हें ट्रैक करेगा और उन्हें दंडित करेगा। हम उन्हें धरती के छोर तक खदेड़ेंगे। आतंकवाद से भारत की आत्मा कभी नहीं टूटेगी। आतंकवाद को सजा मिले, यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। पूरा देश इस संकल्प पर अडिग है। मानवता में विश्वास रखने वाला हर व्यक्ति हमारे साथ है। मैं विभिन्न देशों के लोगों और उनके नेताओं का धन्यवाद करता हूं जो इस समय हमारे साथ खड़े हैं।"

पीएम मोदी का अंग्रेजी भाषण सुनिए। यह वीडियो सरकारी है।

मोदी के भाषण से साफ है कि उन्होंने बिहार चुनाव में पहलगाम आतंकी हमले को अपनी पार्टी के प्रचार के लिए भुनाने की शुरुआत कर दी है। घटना के समय वो सऊदी अरब में थे। उन्होंने एक दिन पहले ही अपना दौरा स्थगित किया और भारत लौट आए। उन्होंने बुधवार रात सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक की अध्यक्षता की, जिसके दौरान केंद्र ने पाकिस्तान पर कूटनीतिक रूप से कार्रवाई करने का फैसला किया। भारत ने घोषणा की है कि वह सिंधु जल संधि को स्थगित कर रहा है। अटारी में चेक पोस्ट को बंद कर दिया गया है। पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे में भारत छोड़ने को कहा गया। भारत ने कहा है कि पाकिस्तानी नागरिकों को सार्क वीजा छूट योजना के तहत भारत की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी और पाकिस्तानी उच्चायोग में रक्षा सलाहकारों को अवांछित व्यक्ति घोषित किया गया। 1 मई तक उच्चायोगों की कुल संख्या भी 55 से घटाकर 30 कर दी जाएगी।

इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को कहा कि आतंकवाद के प्रति भारत की नीति जीरो टॉलरेंस की है। उन्होंने कहा, "हम न केवल इस कृत्य के दोषियों तक पहुंचेंगे, बल्कि पर्दे के पीछे के लोगों तक भी पहुंचेंगे... आरोपियों को जल्द ही जोरदार और स्पष्ट जवाब मिलेगा, मैं देश को आश्वस्त करना चाहता हूं।"