वैश्विक आतंकी फंडिंग पर नज़र रखने वाली संस्था एफ़एटीएफ़ ने आतंकवादी फंडिंग पर एक सनसनीखेज रिपोर्ट दी है। ऑनलाइन पेमेंट और ई-कॉमर्स से लोगों को आटा-नमक ही नहीं मिल रहा, आतंकवादियों को हथियारों की सप्लाई भी हो रही है! भुगतान में आम लोगों को सुविधा ही नहीं बढ़ी, बल्कि आतंकवादियों की फंडिंग के लिए दुरुपयोग भी आसान हो गया! दरअसल, एफ़एटीएफ़ ने खुलासा किया है कि 2019 के पुलवामा और 2022 के गोरखनाथ मंदिर हमलों में आतंकियों ने अमेजन और पेपैल जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल कर हथियार और फंड जुटाए। यह चौंकाने वाला सच डिजिटल युग में आतंकवाद की नई रणनीति को दिखाता है।