हरिद्वार में धर्म संसद और दिल्ली की धार्मिक सभा में नफ़रती भाषण के लिए क्या मुसलिम नेता ज़िम्मेदार हैं? क्या इसके लिए मुसलिम नेताओं की गिरफ़्तारी की जानी चाहिए? चौंकिए नहीं! दक्षिणपंथी समूहों ने ये आरोप लगाए हैं। उन्होंने ये आरोप भी किसी सोशल मीडिया पर पोस्ट से या किसी ऐसी-वैसी जगह नहीं लगाए हैं, बल्कि इसके लिए सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर की है। उन्होंने अदालत से अपील की है कि नफ़रती भाषण के लिए मुसलिम नेताओं को गिरफ़्तार किया जाए।
अजीबोगरीब! नफरती 'धर्म संसद' के लिए मुसलिमों की ही गिरफ़्तारी की मांग
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- 23 Jan, 2022
हरिद्वार धर्म संसद में कथित तौर पर मुसलिमों के नरसंहार की बात कहना नफरती भाषण नहीं है और यह गैर-हिंदुओं के हमले की सिर्फ़ एक प्रतिक्रिया है? जानिए, सुप्रीम कोर्ट में क्या अपील की गई है।

फाइल फोटो
जिस हरिद्वार धर्म संसद में कथित तौर पर मुसलिमों के नरसंहार के नफ़रती भाषण वाले मामले ने झकझोर दिया, उस मामले में दक्षिणपंथी समूहों के ये आरोप भी कम झकझोरने वाले नहीं लगते हैं। यह अजीबोगरीब मामला है। अजीबोगरीब इसलिए कि सुप्रीम कोर्ट में नफ़रती भाषण के लिए मुसलिमों को ज़िम्मेदार ठहराने के लिए तर्क ही कुछ ऐसे दिए गए हैं।