सावरकर-गोडसे परिवार के संबंधों को अदालत की कार्यवाही में रिकॉर्ड में लाने के मामले में राहुल गांधी को झटका लगा है। पुणे की विशेष एमपी-एमएलए कोर्ट ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की उस याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि विनायक दामोदर सावरकर का नाथूराम गोडसे के साथ पारिवारिक संबंध था। राहुल गांधी ने अपनी याचिका में मांग की थी कि मानहानि मामले में शिकायतकर्ता सत्यकी सावरकर की मातृपक्षीय वंशावली को रिकॉर्ड में लाया जाए। सत्यकी सावरकर, विनायक सावरकर के भाई अशोक और हिमानी सावरकर के पुत्र हैं। हिमानी नाथूराम गोडसे की भतीजी हैं।
सावरकर-गोडसे परिवार के संबंधों को रिकॉर्ड में लाने की राहुल की मांग क्यों ठुकराई?
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- 4 Jun, 2025
राहुल गांधी की याचिका में सावरकर और गोडसे परिवार के बीच संबंधों को रिकॉर्ड में लाने की मांग की गई थी। अदालत ने यह मांग खारिज क्यों की? जानिए फैसले के पीछे की वजहें।

राहुल गांधी ने अपनी याचिका में कहा था कि सत्यकी ने जानबूझकर अपनी मातृपक्षीय वंशावली को छिपाया, ताकि सावरकर और गोडसे परिवारों के बीच संबंध रिकॉर्ड में न आएँ। हालाँकि, विशेष न्यायाधीश अमोल शिंदे ने 28 मई को अपने आदेश में कहा कि मातृपक्षीय वंशावली को रिकॉर्ड में लाना इस मानहानि मामले के लिए ज़रूरी नहीं है।