भारत के मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई पर जूता फेंकने के मामले में सुप्रीम कोर्ट अवमानना कार्यवाही नहीं करना चाहता है। हालाँकि, अदालत इस बात से सहमत दिखी कि इस घटना का महिमामंडन एक गंभीर चिंता का विषय है। लेकिन कोर्ट का मानना है कि अवमानना कार्यवाही से सोशल मीडिया पर इसका और महिमामंडन होगा। अदालत ने कहा कि वह इस घटना को अपने आप ख़त्म होने देना चाहती है। इसने संकेत दिया कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए दिशानिर्देश तैयार किया जाना चाहिए।