कांग्रेस पार्टी का क्या होगा, ऐसी आशंका कई लोग महसूस कर रहे हैं। महात्मा गांधी की इच्छा के अनुसार कांग्रेस का विसर्जन हो रहा है क्या? ऐसा खुशी का उबाल भारतीय जनता पार्टी में आ रहा है।
शिवसेना : राहुल कांग्रेस के किले की मरम्मत चाहते हैं, लोग करने नहीं दे रहे
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- 2 Oct, 2021
शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' में एक संपादकीय छपा है, जिसका शीर्षक है 'कांग्रेस का टॉनिक'। इस लेख में कांग्रेस पार्टी के बारे में टिप्पणी करते हुए कहा गया है कि यह उस ढहते हुए किले की तरह है, जिसकी मरम्मत व रंग-रोगन करने की कोशिश राहुल गांधी कर रहे हैं। पर इसके झाड़- फ़ानूस पर नज़र गड़ाए लोग उन्हें ऐसा करने नहीं दे रहे हैं। पेश है वह संपादकीय।

स्वतंत्रता के बाद कांग्रेस का काम नहीं बचा है और उसका विसर्जन कर दिया जाए, ऐसा महात्मा गांधी का कहना था।
यह इतना सही नहीं है। आज़ादी के बाद करीब 50 वर्षों तक कांग्रेस सत्ता में रही और आज भी कई राज्यों में कांग्रेस का काफी हद तक अस्तित्व है। विगत सात-आठ वर्षों से कांग्रेस की अवस्था ठीक नहीं है। नरेंद्र मोदी के तूफान के आगे, बीजेपी के विस्तार के कारण कांग्रेस की हालत ‘पतली’ हो गई व कांग्रेस के खेमे के बचे-खुचे सिपहसालार छोड़कर जाने लगे हैं। पंजाब सूबा इस वक्त जड़ से हिला हुआ है।