द हिंदू में प्रकाशित CSDS Lokniti Survey के अनुसार, भारत के निर्वाचन आयोग (ईसीआई) का विशेष मतदाता सूची संशोधन अभियान (एसआईआर) गरीब तबके में जबरदस्त आलोचना का विषय बन गया है। एसआईआर में जिन दस्तावेजों की जरूरत है, गरीब और हाशिए पर रहने वाले समुदायों के पास वो दस्तावेज नहीं हैं। इसलिए उनके मताधिकार पर खतरा मंडरा रहा है। इस अभियान में मतदाता सूची को पूरी तरह ठीक करने के लिए जिन दस्तावेजों की मांग की जा रही है, जिसके अभाव में लाखों लोग मतदाता सूची से बाहर हो सकते हैं। यह स्थिति न केवल गरीबों के लिए खतरा है, बल्कि निर्वाचन आयोग की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठा रही है।
CSDS Lokniti Study: दस्तावेजों की कमी से गरीबों का मताधिकार खतरे में, चुनाव आयोग पर भरोसा टूटा
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- 18 Aug, 2025
CSDS Lokniti Survey ECI: लोकनीति सीएसडीएस की एक स्टडी में कहा गया है कि किस तरह चुनाव आयोग का एसआईआर (विशेष मतदाता सूची संशोधन अभियान) गरीब और हाशिए पर पड़े समुदायों को मताधिकार से वंचित कर सकता है। जिन दस्तावेजों की जरूरत है, वो उनके पास नहीं है।
