यह फैसला केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण कानूनी जीत का प्रतीक है, जिससे पार्टी के राजनीतिक नैरेटिव को बहुत जरूरी बढ़ावा मिलेगा। हालांकि सीबीआई की गिरफ्तारी के कारण केजरीवाल जेल में रहेंगे। लेकिन उनकी पार्टी इसे केजरीवाल को तोड़ने, झुकाने की कोशिश के रूप में भाजपा के खिलाफ प्रचारित करेगी। दिल्ली में अगले साल चुनाव हैं तो पार्टी इसे पूरी तरह भुनाएगी।
9 अप्रैल को दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा ईडी की गिरफ्तारी को दी गई चुनौती खारिज होने के बाद, केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया और केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा पर केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया। उन्होंने लोकतांत्रिक शासन और कानून के शासन के लिए अपनी गिरफ्तारी को खतरनाक चलन बताया था।