भारत ने चीन से कहा है कि जब तक वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के लद्दाख सेक्टर में दोनों देशों के बीच सैन्य गतिरोध का हल नहीं निकलता और बॉर्डर एरिया में शांति नहीं लौटती, तब तक चीन के साथ व्यापारिक रिश्ते पहले जैसे नहीं रहेंगे। भारत का यह बयान शनिवार को तमाम नए घटनाक्रमों के बीच आया है। विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला ने कहा कि पीएम मोदी और जापानी पीएम फुमियो किशिदा के बीच शिखर सम्मेलन के दौरान एलएसी पर गतिरोध पर भारतीय पक्ष की स्थिति से जापानी पक्ष को अवगत कराया गया था।



उन्होंने पत्रकारों के सवालों के जवाब में कहा कि दोनों प्रधानमंत्रियों की चर्चा में चीन का मुद्दा आया था। दोनों देशों ने एक दूसरे को अपने नजरिये से अवगत कराया। भारत ने जापान को "लद्दाख की स्थिति के बारे में... सैनिकों को जमा करने के प्रयासों, कई उल्लंघनों के प्रयासों और इस तथ्य के बारे में सूचित किया कि हम सीमा से संबंधित मुद्दों और हाल के मुद्दों पर चीन के साथ बातचीत कर रहे थे।