डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ़ दबाव और अमेरिका के साथ ख़राब हो रहे रिश्तों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर लंबी बातचीत की। इसमें दोनों नेताओं ने भारत-रूस विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और मज़बूत करने की प्रतिबद्धता दोहराई। यह बातचीत अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर रूस से तेल खरीद के लिए लगाए गए 50% टैरिफ़ के दो दिन बाद हुई है। प्रधानमंत्री मोदी ने पुतिन को इस वर्ष के अंत में 23वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए भारत आने का न्योता भी दिया, जिसे पुतिन ने स्वीकार कर लिया है। तो क्या इस बातचीत ने भारत-रूस के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने का संदेश देने के साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति को भी संदेश दे दिया है?