73 साल की सिख महिला हरजीत कौर को 33 साल से ज़्यादा वक्त अमेरिका में रहने के बाद भारत वापस भेज दिया गया और वो भी बिना परिवार के यानी बिल्कुल अकेले। हरजीत के वकील दीपक अहलूवालिया ने बताया कि हरजीत कौर को न तो अपने परिवार से अलविदा कहने का मौका मिला और न ही अपना सामान लेने दिया गया। वकील के मुताबिक, कौर को लॉस एंजेलिस के ICE सेंटर ले जाते वक्त हथकड़ी लगाई गई और फिर वहां से सीधे भारत भेज दिया गया।
पंजाबी 'दादी' से अमेरिका का बुरा बर्ताव- खाना, बिस्तर तक नहीं दिया, हथकड़ियों में डिपोर्ट किया
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- 26 Sep, 2025
अमेरिका में एक पंजाबी हरजीत कौर के साथ अमानवीय व्यवहार का मामला सामने आया। न खाना दिया, न बिस्तर और हथकड़ियाँ पहनाकर डिपोर्ट कर दिया गया।

हरजीत कौर डिपोर्टेशन
हरजीत कौर साल 1992 में अपने दो बेटों के साथ अमेरिका गई थीं। हरजीत सिंगल मदर थीं और हमेशा आप्रवासन के नियमों का पालन करती रहीं। पिछले 13 साल से वो हर छह महीने में सैन फ्रांसिस्को जाकर Immigration and Customs Enforcement यानी ICE को रिपोर्ट करती थीं। हरजीत ने कई बार अमेरिकी प्रशासन से मांग की कि उन्हें स्थाई रूप से अमेरिका में रहने की अनुमति दे दी जाए। लेकिन बार बार हरजीत की ये मांग ठुकरा दी गई। आखिरी बार हरजीत की ये मांग साल 2012 में रद्द हुई जिसे असाइलम केस कहा जाता है। और तब से हरजीत ICE की निगरानी में ही रह रही थीं। 8 सितंबर 2025 को जब हरजीत हर छमाही की तरह आप्रवासन के अपॉइंटमेंट पर गईं, तो वहीं से ICE ने हरजीत को ये कहकर हिरासत में ले लिया कि वो इतने सालों से अवैध तरीके से अमेरिका में रह रही हैं। इसके बाद हरजीत को बेकर्सफील्ड के मेसा वेर्डे डिटेंशन सेंटर भेज दिया।