राहुल गांधी द्वारा हाल ही में चुनाव आयोग पर मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी के आरोप लगाने के बाद कई चौंकाने वाले मामले सामने आए हैं, जिन्होंने चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मतदाता सूची के अनुसार तो एक-एक कमरे और घरों में सैकड़ों लोगों के रहने की ख़बरें आई हैं। कुछ मामलों में तो अलग-अलग सरनेम यानी अलग-अलग जाति के लोगों का पता एक ही मिला। कई मामलों में वोटरों के माता-पिता और तस्वीरों में गड़बड़ियाँ भी सामने आईं। दोहरे मतदाता पहचान पत्र संख्या की रिपोर्ट भी आई है।