महिला आरक्षण विधेयक अपने आप में क्रांतिकारी है लेकिन इसमें भाजपा सरकार द्वारा इसमें जोड़ी गई शर्तों की वडह से यह विधेयक 2029 के बाद ही देश में लागू हो जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को संसद में स्पष्ट तौर पर कहा था कि 2024 के चुनाव के बाद जनगणना होगी और फिर परिसीमन के बाद इसे लागू कर दिया जाएगा। लेकिन अमित शाह ने जितने आसान तरीके से इसे बताया है, उतने आसान तरीके से लागू होने में इसे वर्षों लगेंगे। भारतीय महिलाओं को इस विधेयक के कानून बन जाने से इसे तुरंत लागू करने के लिए उम्मीद नहीं बांधनी चाहिए।