नरेंद्र मोदी सरकार ने आधिकारिक तौर पर यह मान लिया है कि अर्थव्यवस्था की रफ़्तार धीमी हो गई है। वित्त मंत्रालय ने मार्च के माहवारी रिपोर्ट में यह कहा है कि निजी खपत कम होने, निवेश गिरने और निर्यात कम होने की वजह से अर्थव्यवस्था सुस्त हो गई है। अर्थव्यवस्था के जानकार, उद्योग जगत और मीडिया यह बात काफ़ी पहले से कह रहे हैं। वे यह बता रहे हैं कि किस तरह अर्थव्यवस्था के तमाम इंडीकेटर यह दिखा रहे हैं कि अर्थव्यवस्था धीमी चल रही है, पर सरकार यह मानने को तैयार नहीं थी। वह तरह तरह के तर्क देती रही है, बहाने बनाती रही है और तमाम खबरों और रिपोर्टो को खारिज करती रही है। पहली बार मोदी सरकार ने माना है कि अर्थव्यवस्था धीमी है।
सरकार ने मानी आर्थिक मंदी, पर छुपा ले गई असली वजहें
- अर्थतंत्र
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- 6 May, 2019

पहली बार नरेंद्र मोदी सरकार ने यह माना है कि अर्थव्यवस्था की रफ़्तार धीमी हो गई है, पर उसने कारण बताने में कंजूसी की है।

























