वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने नये इनकम टैक्स स्लैब की घोषणा की है। लेकिन इसमें सबसे ख़ास बात यह है कि पहले के इनकम टैक्स स्लैब ख़त्म नहीं किए गए हैं। यानी अब आयकरदाताओं के सामने दो विकल्प होंगे कि वे क्या चुनते हैं। तो नया टैक्स स्लैब कैसा होगा? इससे किसे मिल सकती है राहत और किसके लिए बेहतर रहेगा पहले वाला स्लैब?
आज से पहले यही स्थिति थी। लेकिन नई कर योजना में ख को राहत मिलेगी। उसका टैक्स भार कम हो जाएगा और उसे पहले से काफ़ी कम टैक्स देना होगा। इस बचे हुए पैसे को या तो वह जमा कर सकता है या अपनी पारिवारिक ज़िम्मेदारियों को पहले से ज़्यादा अच्छी तरह निभा सकता है।
एक वाक्य में कहें तो जो पैसा नहीं बचा रहे थे, उन्हें इस नई योजना से लाभ है। जो पैसा बचा पा रहे थे और बचत योजनाओं में निवेश कर रहे थे, उन्हें इस नई योजना से कोई लाभ नहीं है। इसी कारण उनको पुरानी योजना में ही बने रहना चाहिए।