उमर अब्दुल्ला को जब गुरुवार को सर्वसम्मति से नेशनल कॉन्फ्रेंस विधायक दल का नेता चुना जा रहा था तब चार निर्दलीय विधायकों ने उनकी पार्टी को अपना समर्थन देने की घोषणा कर दी। इन चार निर्दलीयों के समर्थन के साथ ही अब एनसी के पास 46 विधायकों का समर्थन हो गया है। मौजूदा 90 सदस्यीय विधानसभा में यह बहुमत का आँकड़ा है। हालाँकि इसमें उपराज्यपाल मनोज सिन्हा द्वारा मनोनीत किए जाने वाले पांच विधायक शामिल नहीं हैं। इन मनोनयन के बाद बहुमत का आँकड़ा आगे बढ़ जाएगा।
जम्मू कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस को 4 निर्दलीय विधायकों ने समर्थन दिया है और निर्दलीय भी संपर्क में हैं। तो क्या अब एनसी को कांग्रेस के समर्थन की ज़रूरत ख़त्म हो गई?

चार निर्दलीय विधायकों द्वारा नेशनल कॉन्फ्रेंस को समर्थन दिए जाने के बाद कांग्रेस आगामी जम्मू-कश्मीर सरकार में जूनियर पार्टनर से अपेक्षाकृत कमज़ोर हो गई है। अब शुक्रवार को कांग्रेस समेत सहयोगी दलों के साथ बैठक के बाद उनके अगली सरकार बनाने का दावा पेश करने की संभावना है।