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झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन मंगलवार को रांची में अपने आवास पर

हेमंत सोरेन रांची में प्रकट हुए, कल ईडी के सामने पेश होंगे, पत्नी बन सकती हैं सीएम? 

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, जो ईडी के अनुसार, 30 घंटे से अधिक समय तक "गायब" थे, मंगलवार को रांची में अपने आधिकारिक आवास पर पहुंचे। कथित भूमि धोखाधड़ी मामले के सिलसिले में सोमवार को दिल्ली में उनके आधिकारिक आवास पर ईडी के छापे के बाद उनके गायब होने की अटकले थीं। उनके घर पर पार्टी के विधायकों की बैठक हो रही है। जिसमें उनकी पत्नी कल्पना सोरेन भी मौजूद हैं। ऐसी चर्चा है कि हेमंत की गिरफ्तारी की स्थिति में उनकी पत्नी को सीएम बनाया जा सकता है।

झारखंड मुक्ति मोर्चा ने कहा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बुधवार को दोपहर 1 बजे ईडी के सामने पेश होंगे। लेकिन उन्होंने ईडी को पत्र लिखकर उसकी कार्रवाई, पूछताछ के तरीके पर सवाल उठाए हैं। सोरेन ने लिखा है कि आपका आग्रह दुर्भावनापूर्ण है। सोरेन ने 31 जनवरी या उससे पहले बयान दर्ज करने की ईडी की जिद को "राजनीति से प्रेरित" बताया। 
झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने ईडी को लिखा है- 'आप अच्छी तरह से जानते हैं कि विधानसभा का बजट सत्र 2 और 29 फरवरी 2024 के बीच आयोजित किया जाएगा और मैं उसकी तैयारियों में व्यस्त रहूंगा। इसके अलावा अन्य पूर्व निर्धारित आधिकारिक कार्यक्रम भी हैं। इन परिस्थितियों में, 31 जनवरी 2024 को या उससे पहले मेरा का एक और बयान दर्ज करने का आपका आग्रह दुर्भावनापूर्ण है और राज्य सरकार के कामकाज को बाधित करने और लोगों के एक निर्वाचित प्रतिनिधि को रोकने के लिए आपके राजनीतिक एजेंडे को उजागर करता है। आपके कार्य दुर्भावनापूर्ण और राजनीति से प्रेरित हैं, यह आशंका सही साबित हुई। मुझे समन जारी करना पूरी तरह से कष्टप्रद है।" 
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सूत्रों ने सोमवार को बताया था कि ईडी ने सोरेन को नया समन जारी कर 29 जनवरी या 31 जनवरी को पूछताछ के लिए अपनी उपलब्धता की पुष्टि करने को कहा है। सूत्रों के मुताबिक, सोरेन ने उन्हें एक संदेश भेजा था, लेकिन पूछताछ के लिए तारीख और समय की पुष्टि नहीं की थी। अब उन्होंने 31 जनवरी को 1 बजे दोपहर में अपने घर पूछताछ के लिए उपलब्ध रहने की बात कही है।
सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा की इस सारे मामले में आपत्ति यह है कि जब ईडी ने 31 जनवरी की तारीख दे दी और हेमंत सोरेन ने उसे स्वीकार भी कर लिया तो फिर उनके दिल्ली वाले घर पर ईडी सोमवार शाम को क्यों पहुंची और बीएमडब्ल्यू कार क्यों जब्त की। झामुमो ने कहा है कि ईडी द्वारा उनके आधिकारिक आवास पर "अचानक" दौरा एक सीएम के सम्मान के साथ-साथ राज्य के 3.5 करोड़ लोगों का अपमान है।

तो सीएम यहां हैं

हेमंत सोरेन रांची में हैं। स्थिति साफ हो गई है। वो 30 घंटे बाद रांची में अपने घर पर दिखाई दिए। हालांकि मंगलवार को ही सुबह महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के बाद झारखंड के मंत्री आलमगीर आलम ने कहा था- "...अगर सीएम रांची में होते तो यहां मौजूद होते, वो यहां नहीं हैं तो मैं आया हूं।" पीटीआई के मुताबिक जेएमएम महासचिव और प्रवक्ता विनोद कुमार सिंह  के हवाले से बताया गया है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन के सभी विधायकों को राज्य की राजधानी रांची नहीं छोड़ने और राज्य की वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर चर्चा के लिए मंगलवार को एक बैठक में भाग लेने के लिए कहा गया है। सीएम आवास पर यह बैठक मौजूदा राजनीतिक स्थिति और बुधवार को सीएम सोरेन से ईडी की प्रस्तावित पूछताछ पर रणनीति पर चर्चा करने के लिए बुलाई गई है। इस बीच सीएम आवास, राजभवन और ईडी दफ्तर पर धारा 144 लागू कर दी गई है।
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हालांकि प्रदेश भाजपा सोरेन को फरार बता रही है। ईडी इस तरह पेश आ रही है जैसे उसे मुख्यमंत्री की तलाश हो। इसी वजह से सोरेन की गिरफ्तारी की चर्चा गरम रही। प्रदेश भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने मंगलवार को कहा- हमारे राज्य के मुख्यमंत्री केन्द्रीय एजेंसियों के डर के मारे पिछले क़रीब चालीस घंटे से लोकलाज त्याग कर लापता हैं और चेहरा छिपाकर भागे-भागे फिर हैं। यह न सिर्फ़ मुख्यमंत्री की निजी सुरक्षा के लिये ख़तरा है बल्कि झारखंड की साढ़े तीन करोड़ जनता की सुरक्षा, इज़्ज़त, मान-सम्मान भी ख़तरे में है। जो कोई भी बिना विलम्ब हमारे इस “होनहार” मुख्यमंत्री को सकुशल खोजकर लायेगा उसे मेरी तरफ़ से ग्यारह हज़ार रूपये का इनाम दिया जायेगा।  
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क़मर वहीद नक़वी
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