कर्नाटक का नाटक जारी है। गुरुवार को कर्नाटक में एक के बाद एक चार घटनाक्रम हुए। सबसे पहले विधानसभा में मुख्यमंत्री ने विश्वास मत रखा, उसके बाद विश्वास मत में हो रही देरी के मद्देनज़र राज्यपाल ने स्पीकर को सलाह दी कि आप आज ही विश्वास मत पर वोट करवाएँ। लेकिन स्पीकर ने राज्यपाल की सलाह नहीं मानी और विधानसभा को शुक्रवार 11 बजे के लिए स्थगित कर दिया। उसके बाद बीजेपी विधायकों ने रात भर विधानसभा में धरने पर बैठने का एलान कर दिया।
कर्नाटक के सियासी संकट पर क्या है संवैधानिक स्थिति, जानिए
- कर्नाटक
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- 18 Jul, 2019
संवैधानिक स्थिति बिल्कुल स्पष्ट है कि राज्यपाल स्पीकर को किसी भी तरह का आदेश या सलाह नहीं दे सकते और स्पीकर राज्यपाल की सलाह या आदेश मानने के लिए बाध्य नहीं हैं।
