मध्य प्रदेश में पन्द्रह सालों के सत्ता के सूखे के बाद 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार ‘बनवाना’ और स्वयं मुख्यमंत्री बनना क्या कमलनाथ के लिए ‘अभिशाप’ बना हुआ है? यह ‘निष्कर्ष’ हमारा नहीं है, इस तरह की सुगबुगाहट स्वयं कांग्रेसियों में है। सूबे में जब से सरकार बनी है और कमलनाथ मुख्यमंत्री बने हैं, उसके बाद से मुख्यमंत्री के लगातार ‘दुर्दिन’ चल रहे हैं। उनके अपने घर (कांग्रेस) से चुनौतियों के अलावा विरोधियों से भी हर दिन कमलनाथ को एक के बाद ‘तगड़े झटके’ मिल रहे हैं।