मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल के गृह जिले बैतूल में आरएसएस नेताओं की पिटाई के मामले ने तूल पकड़ लिया है। पिटाई करने वाले मुस्लिम समुदाय से हैं, लिहाजा राजनीति गरमा उठी है। वरिष्ठ पत्रकार संजीव श्रीवास्तव की रिपोर्टः
एमपी में आरएसएस नेताओं की धुनाई करती जनता
मध्य प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल के गृह जिले बैतूल में आरएसएस नेताओं की पिटाई के मामले ने तूल पकड़ लिया है। पिटाई करने वाले मुस्लिम समुदाय से हैं, लिहाजा राजनीति गर्मा गई है। पुलिस ने 17 नामजद और 15 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा क़ायम किया है। संघ और अनुषांगिक संगठन के लोग, दबे सुर में राज्य की मोहन यादव सरकार को कठघरे में खड़ा कर रहे हैं।
घटनाक्रम बैतूल के बहुचर्चित मुलताई तहसील में हुआ है। आरएसएस की मुलताई जिला इकाई के प्रमुख शिशुपाल यादव और उनके साथियों को मुसलिम समुदाय के लोगों द्वारा पीटे जाने का आरोप है।
जानकारी के अनुसार शिशुपाल यादव अपने साथी के साथ गुरूवार शाम को बाइक से गुजर रहे थे। मुलताई फव्वारा चैक मोड़ पर उनकी बाइक को क्षेत्र के व्यापारी शाहरूख सिंघानियां ने कट मारा। इसी को लेकर झंझट हुई। बताया गया है, यादव ने बाइक ठीक से चलाने को कहा तो शाहरूख बिफर गए।
पहले कहासुनी हुई। जो बाद में हाथापाई में बदल गई। देखते ही देखते दोनों पक्षों के लोग जुटे और मसले ने तूल पकड़ लिया। संघ और अनुषांगिक संगठनों को भनक लगी कि ‘भइया’ (शिशुपाल यादव) के साथ वर्ग विशेष के लोगों ने बद्तमीजी की है, तो कस्बे के समर्थक जुट गए। दूसरे पक्ष के लोग भी जमा हो गए। हंगामा मचा। दुकाने बंद हो गईं। तनाव हुआ।
आरोप है कि संघ और उससे जुड़े लोगों ने, मसजिद पर पथराव किया। बाजार में खड़े मुसलिम समुदाय के लोगों के फल-फ्रूट्स के ठेले पलट दिए। टायर जलाये। पुलिस मूक दर्शक बनी रही। दूसरे समुदाय पर भी हिंसा और पत्थरबाज़ी के आरोप लगे। आधी रात तक बवाल चला। संघ के लोगों ने थाने का घेराव किया। मांग कि सभी आरोपियों को पकड़ा जाये। इनके अवैध अतिक्रमण ध्वस्त करने की मांग भी हुई। थाना घेरने वालों ने जमकर नारेबाजी की।
सूचना के बाद बैतूल जिले के कलेक्टर-एसपी भी मौके पर पहुंचे। जायज़ा लिया। लोगों को समझाया। तनाव के मद्देनज़र निषेधाज्ञा लगा दी गई, ये लागू है। स्थिति नियंत्रण में जरूर है, लेकिन तनाव बरकरार है। क्षेत्र के एसडीओपी एस.के.सिंह ने ‘सत्य हिन्दी’ को बताया संघ के जिला इकाई के व्यवस्थापक करण देशमुख के आवेदन पर कुल 32 लोगों के खिलाफ मुकदमा कायम किया गया है। इनमें 17 नामजद हैं, जबकि 15 अज्ञात हैं। अब तक पांच को हिरासत में लिया गया है। बाकी की तलाश की जा रही है।
दरअसल आज जुमा है। जुमे की नमाज ने प्रशासन की चिन्ता बढ़ा रखी है। मुलताई में मुलताई के अलावा बैतूल, पांढुर्ना और होशंगाबाद से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाकर तैनात किया गया है। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। पुलिस आरोपियों की धरपकड़ के लिए छापामारी अभियान भी चलाये हुए है।
मुलताई थाना प्रभारी लाइन हाजिरः बीते सप्ताह, बैतूल के एसपी बनाये गये वीरेन्द्र जैन ने गुरूवार देर शाम को मुलताई थाना के प्रभारी देवकरण डेहरिया को लाइन हाजिर कर दिया था। उनकी जगह, बैतूल के ही आठनरे तहसील के प्रभारी रहे नरेन्द्र सिंह परिहार को नया इंचार्ज बनाया गया है।
जिले के सीनियर जर्नलिस्टों ने बताया, विवाद मामूली था। झंझट के बाद पुलिस मूक दर्शक बन गई। एक धड़े को छूट दी। इसी वजह से घटनाक्रम ने तूल पकड़ लिया। मीडिया वालों ने कहा, ‘सतर्कता बरती जाती और समय रहते कदम उठा लिए जाते तो मसला हिन्दू-मुसलिम टकराव में नहीं बदलता।’
डॉ सुनीलम ने की उच्चस्तरीय जांच की मांग
किसान नेता एवं मुलताई के पूर्व विधायक डॉ.सुनीलम ने ‘सत्य हिन्दी’ से कहा, ‘क्षेत्र का सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास लंबे वक्त से, सत्तारूढ़ दल से जुड़े लोग कर रहे हैं। गुरूवार का पूरा घटनाक्रम बेहद दुःखद रहा। पुलिस और प्रशासन सतर्कता बरतता, तो ऐसे हालात नहीं बनते। पुलिस मूक दर्शक बनी रही।’ सुनीलम ने कहा, ‘वर्ग विशेष को कुचलने और सरकार को खुश करने के लिए प्रशासन एकतरफा कार्रवाई में जुटा हुआ है। बुलडोजर तैनात हैं।’ उन्होंने मांग की कि पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच करते हुए निष्पक्ष कार्रवाई हो। किसी भी वर्ग का हो, सही दोषी पर कार्रवाई हो। राजनीतिक चश्मे का शिकार निर्दोषों का नहीं बनाया जाये।
नरसिंहपुर में पीटा था संघ का स्वयंसेवक
बीते माह नरसिंहपुर में संघ के एक स्वयंसेवक अनिकेत बैरागी और उनके साले की जोरदार पिटाई हुई थी। नरसिंहपुर के इस घटनाक्रम को लेकर आरोप रहा था, ‘मध्य प्रदेश राज्य विधानसभा के अध्यक्ष रहे कांग्रेस के सीनियर लीडर एनपी प्रजापति के बेटे और भतीजे ने स्वयं के घर में, उन्हें पीटा था।’ अनिकेत की पिटाई से जुड़े दो वीडियो भी वायरल हुए थे। वायरल वीडियो में एनपी प्रजापति के पुत्र और भतीजे, अनिकेत की पिटाई उड़ाते नजर आये थे। वीडियो में एनपी प्रजापति भी नजर आ रहे थे। पिटाई से जुड़े दोनों वीडियो ‘सत्य हिन्दी’ के पास हैं।
अनिकेत बैरागी ने बीती 27 सितंबर को प्रजापति के पुत्र नीर प्रजापति और भतीजे अमित उर्फ अम्मू प्रजापति सहित तमाम आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। एक पखवाड़ा होने जा रहा है। मामले में किसी भी आरोपी के खिलाफ अभी तक कोई एक्शन की सूचना नहीं हुआ है। पुलिस का कहना है, ‘जांच चल रही है।’
उज्जैन में आरएसएस सड़कों पर!
उज्जैन में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़ा भारतीय किसान संघ सड़कों पर है। उज्जैन, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव का अपना शहर है। इसी शहर से वे विधानसभा के सदस्य हैं। साल 2028 में उज्जैन में होने वाले सिंहस्थ के लिए मेला क्षेत्र में लैंड पुलिंग की जा रही है। मेला क्षेत्र में आने वाले 17 गांवों की हजारों एकड़ जमीन लैंड पुलिंग की जद में है। कार्रवाई चल रही है। इस कार्रवाई का जबरदस्त विरोध हो रहा है। विरोध करने वाले अनेक किसानों पर मामले-मुकदमे कायम हुए हैं। जिन पर मुकदमे हुए हैं, उनमें कई सीधे-सीधे आरएसएस से जुड़े हुए हैं। कई संघ के पदाधिकारी भी हैं।
प्रदर्शनकारियों एवं किसानों का आरोप है, ‘भू-माफिया गिरोह, लैंड पुलिंग की आड़ में उन्हें सदा-सदा के लिए जमीन से महरूम किया जा रहा है। ये उचित नहीं है।’ उज्जैन लैंड पुलिंग का ये पूरा मामला, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दरबार तक पहुंचा था। शाह ने, मोहन यादव से जवाब-तलब किया था। कुछ ठोस कार्रवाई इस मसले पर अब तक सामने नहीं आयी है। प्रदर्शनकारी संतुष्ट नहीं हैं। आंदोलन जारी है।
भारतीय किसान महासंघ के पदाधिकारी मोहिनी मोहन मिश्र भी कई बार उज्जैन पहुंचे। प्रदर्शन की अगुवाई की। तमाम स्तरों पर शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं रूकने पर असंतोष जताया है। मीडिया को दिए अलग-अलग इंटरव्यूज में, श्री मिश्र ने न केवल असंतोष व्यक्त किया है, बल्कि सरकार को दो टूक चेताया भी है। मुख्यमंत्री मोहन यादव को खुली सलाह दी है। मिश्र ने मीडिया इंटरव्यू में संकेतों में दो टूक यह भी कहा है, ‘ये समझ लिया जाये, किसान सत्ता दिल सकता है तो सत्ता छीन भी सकता है।’
सरकार से संघ बेहद नाराज!
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और भाजपा के अनेक धड़े, सरकार से बुरी तरह खफा बताये जा रहे हैं। दरअसल मुख्यमंत्री मोहन यादव सनातन और हिन्दुत्व के पैरोकार के तौर पर स्वयं को प्रस्तुत करते हैं। मोहन यादव के पास गृह सहित दर्जन भर महकमे हैं। इंदौर जिले के वे प्रभारी हैं। कहा जा रहा है, ‘सूबे में सनातन प्रेमी मुख्यमंत्री होने के बावजूद, संघ और भाजपा नेताओं से बदसलुकियों की वारदातें एवं पुलिस का कथित ढीला रवैया जारी है। ये ठीक नहीं है।’
संघ प्रमुख के मंच पर नहीं मिला स्थान!
सितंबर महीने में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख डॉ. मोहन भागवत इंदौर पहुंचे थे। मोहन यादव काबीना के वरिष्ठ साथी और भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रहलाद पटेल की पुस्तक का विमोचन कार्यक्रम था। सूत्रों ने बताया, पुस्तक विमोचन के मुख्य अतिथि डॉ. भागवत के साथ मंच शेयर करने की ‘मंशा’ मुख्यमंत्री की थी, लेकिन मंच पर उन्हें जगह नहीं मिल सकी थी। दर्शक दीर्घा में बैठना पड़ा था। एक अपुष्ट खबर तो ये भी रही थी कि मोहन यादव के अनुरोध के बावजूद संघ प्रमुख ने मुख्यमंत्री से मुलाकात नहीं की थी। समय नहीं दिया था।