मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में गोमांस की कथित तस्करी के शक में दो आदिवासियों की पीट-पीटकर हत्या के मामले की जांच एसआईटी करेगी। 3 मई को हुए घटनाक्रम के नौ दिनों के बाद शनिवार को प्रदेश सरकार ने यह निर्णय लेते हुए सिवनी के एसपी, संबंधित थाने और चौकी के पूरे स्टॉफ को हटा दिया। आदिवासियों ने इस घटना में स्पष्ट तौर पर बजरंग दल के गुंडों का नाम पुलिस को बताया था।



आरोप है कि पूरे मामले में कार्रवाई की जगह लीपापोती हो रही है। बजरंग दल और अन्य हिन्दू संगठनों से जुड़े आरोपियों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। भीड़ का शिकार हुए आदिवासियों के परिजनों और ग्रामीणों पर चुप रहने का दबाव बनाया जा रहा है।