मनसुख हिरेन
3 मार्च को सचिन वाज़े ने मुंबई क्राइम ब्रांच के बर्खास्त पुलिस अफ़सर सुनील माने को एक मोबाइल और एक सिम कार्ड दिया। इसी सिम कार्ड से सुनील माने ने मनसुख हिरेन को 3 मार्च की रात को तावड़े नाम बता कर फोन किया था और उसे कांदिवली में मिलने के लिए बुलाया था।