आरएसएस की सौ साल की यात्रा- क्या संगठन अब भी अपने मूल विभाजनकारी विचारों पर टिका है? जानें विचारधारा, राजनीति और समाज पर इसके प्रभाव की पूरी पड़ताल।
गांधी, विवेकानंद, रामकृष्ण परमहंस और अन्य महान भारतीय मनीषियों के संदर्भों के साथ, उनके कार्यक्रम काशी और मथुरा, जनसंख्या असंतुलन और घुसपैठियों के इर्द-गिर्द केंद्रित होते हैं। या, उन्होंने भारत को हिंदू राष्ट्र बना दिया।
भागवत की ‘हिंदू राष्ट्र’ पर सफ़ाई | संविधान बदलने की छिपी इच्छा?