आरएसएस-बीजेपी शासकों को आजकल भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानतम नेताओं में से एक नेता और शहीद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस पर बहुत प्यार आ रहा है। देश के प्रधानमंत्री मोदी, जो खुद को हिंदू राष्ट्रवादी कहलाना पसंद करते हैं, ने 21 अक्टूबर, 2018 को दिल्ली के लाल किले पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वारा 75 साल पहले सिंगापुर में की गई अस्थाई आज़ाद भारत सरकार की घोषणा का गुणगान किया। दिसम्बर, 2018 के आख़िरी सप्ताह में उन्होंने अंडमान-निकोबार द्वीप समूहों का दौरा किया और इन को 'शहीद' और 'स्वराज' द्वीपों के नए नाम देते हुए जानकारी दी कि नेताजी इन का यही नाम चाहते थे।
नेताजी के ख़िलाफ़ किए अपराधों के लिए माफ़ी माँगें हिंदुत्ववादी
- विचार
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- 23 Jan, 2020

जब नेताजी सुभाष चंद्र बोस देश की आज़ादी के लिए आज़ाद हिंद फ़ौज को लामबंद कर रहे थे, तब सावरकर खुलकर अंग्रेजों को पूर्ण सैनिक सहयोग की पेशकश कर रहे थे। पेश है लेखक शमसुल इसलाम का विश्लेषण।