बालाकोट के बाद का पाकिस्तानी हवाई हमला भारतीय सेनाओं के लिए एक बड़ा सबक़ कहा जा सकता है। बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक के बाद इस बात का पूरा अंदेशा था कि पाकिस्तान भी जवाबी कार्रवाई करेगा लेकिन करगिल की तरह एक बार फिर भारतीय सेनाएँ सोती हुई पाई गईं।
भारतीय सेनाओं के पास क़रीब 14 लाख जवान हैं जबकि पाकिस्तान में 6,53,800 सैनिक।मिसाइल और परमाणु हथियार- दोनों देशों के पास परमाणु हथियार गिराने की क्षमता वाली बैलिस्टिक मिसाइलें हैं। भारत के पास पाँच हज़ार किलोमीटर वाली अग्नि मिसाइल और ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों का भंडार है जबकि पाकिस्तान के पास दो हज़ार किलोमीटर वाली शाहीन और गोरी मिसाइलें हैं। पाकिस्तान की मिसाइलें भारत के सभी बड़े शहरों पर गिराई जा सकती हैं।शोध संस्था सिपरी के मुताबिक़ पाकिस्तान के पास 140 से 150 परमाणु बम हैं जबकि भारत के पास 130 से 140।थलसेना- भारतीय थलसेना में क़रीब साढ़े तीन हज़ार मेन बैटल टैंक, 31 सौ इनफैन्ट्री फाइटिंग ह्वीकल, 3360 बख्तरबंद वाहन और 9719 तोपें हैं। पाकिस्तान के पास 2496 टैंक, 1605 बख्तरबंद वाहन, 4472 तोपें जिसमें 375 होवित्ज़र तोपें शामिल हैं। अंतरराष्ट्रीय सामरिक अध्ययन संस्थान (आईआईएसएस) के मुताबिक़ भारत के पास पारम्परिक हथियार पाकिस्तान से ज़्यादा हैं लेकिन भारतीय सेनाएँ गोलाबारूद और स्पेयर पार्ट्स की सप्लाई की समस्या से जूझ रही हैं।वायुसेना- भारत के पास क़रीब 600 लड़ाकू विमान, 127, 000 वायुसैनिक हैं। पाकिस्तान के पास 425 लड़ाकू विमान और पूर्व चेतावनी देने वाले सात टोही विमान हैं जो भारतीय वायुसेना से तीन अधिक हैं।नौसेना- भारतीय नौसेना के पास एक विमानवाहक पोत, 16 पनडुब्बियाँ, 14 विध्वंसक पोत, 13 फ्रिगेट और 75 समुद्री लड़ाकू विमान, कुल नौसैनिक 67,700। दूसरी ओर पाकिस्तान के पास नौ फ्रिगेट, आठ पनडुब्बियाँ और 8 समुद्री लड़ाकू विमान।