विदेश मंत्री एस जयशंकर ने क्या देश से झूठ बोला कि गलवान घाटी में शहीद हुए सैनिक हथियार लेकर गये थे? अब इस बात के पुख़्ता सबूत मिल रहे हैं जो ये साबित कर रहे हैं कि कि विदेश मंत्री ने सच नहीं बोला। 15 जून को चीनी सैनिकों के साथ लड़ाई में घायल हुए जवान सुरेंद्र सिंह के पिता ने यह बात आजतक चैनल को दिये एक इंटरव्यू में कही है। सुरेंद्र ने घायल होने के बाद अपने परिवार वालों को फ़ोन किया था। उनकी अपने पिता और पत्नी से बातचीत हुई थी। दोनों ने कैमरे पर कहा है कि सुरेंद्र ने उन्हें बताया था कि वो निहत्थे थे। और उन्हें चीनियों ने घेर कर मारा। सुरेंद्र का परिवार राजस्थान के अलवर में रहता है।
घायल सैनिक के परिवार ने कहा- वो “बिना हथियार” थे, तो विदेश मंत्री ने सच क्यों नहीं बोला?
- विचार
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- 20 Jun, 2020

चीनी सैनिकों के साथ लड़ाई में घायल हुए जवान सुरेंद्र सिंह के परिवार ने कहा कि लद्दाख की गलवान घाटी में सैनिक निहत्थे गए थे। फिर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने क्या देश से झूठ बोला कि गलवान घाटी में शहीद हुए सैनिक हथियार लेकर गये थे? अगर देश की रक्षा, राष्ट्रीय सुरक्षा और सेना के मामले में भी सरकारें और दल झूठ बोलने लगें तो फिर समझना चाहिये कि संकट बहुत गहरा है। देश भारी ख़तरे में है।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।